प्रयागराज । महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद शुक्रवार को शहर में रहे। इस दौरान उन्होंने जीआईसी, जीजीआईसी और डीआईओएस कार्यालय का निरीक्षण किया। स्कूलों में उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप शिक्षण की गुणवत्ता सुधारें, कमियां हम दूर करेंगे। वहीं, शिक्षा निदेशालय और माध्यमिक शिक्षा परिषद के निरीक्षण के दौरान पारदर्शी व्यवस्था पर जोर दिया।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद सबसे पहले सुबह लगभग सवा नौ बजे राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने हर कक्षा में जाकर शिक्षण व्यवस्था का जायजा लिया। छात्रों से पढ़ाई के संबंध में बात की। प्रयोगशाला और खेलकक्ष का भी जायजा लिया। प्रधानाचार्य वीके सिंह से विद्यालय में होने वाली अतिरिक्त गतिविधियों के बारे जानकारी ली। उन्होंने कंप्यूटर प्रयोगशाला के सौ नए कंप्यूटर और छात्रावास के जीर्णोद्धार की बात कही।
इसके बाद वह जीजीआईसी पहुंचे। यहां प्रधानाचार्या डॉ. नीलम मिश्र से स्कूल में शिक्षण व्यवस्था, शिक्षकों की संख्या, छात्राओं की संख्या आदि की जानकारी ली। साथ ही पूछा कि छात्राओं के परिजनों से कैसे संपर्क रखा जाता है। प्रधानाचार्य ने बताया कि हर कक्षा के व्हाट्सएप ग्रुप पर अभिभावक जुड़े हैं। इसके बाद उन्होंने 11वी कक्षा में जाकर छात्राओं से बातचीत की छात्राओं से पूछा आप क्या बनना चाहते हो। इस पर उन्होंने पूछा कोई डॉक्टर नहीं बनना चाहता? तब छात्राओं ने बताया सर यह गणित की कक्षा है।
शिक्षा निदेशालय में पारदर्शी व्यवस्था पर दिया जोर
शिक्षा निदेशालय के हर अनुभाग में गए और फाइलों के रखरखाव की व्यवस्था देखी। इसके बाद अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देशित किया कि विभाग में पारदर्शी व्यवस्था हो किसी भी काम के लिए शिक्षकों को परेशान न होना पड़े। निर्धारित समय में काम का निपटारा हो। साथ ही इस बात का निर्देश दिया कि काम यहीं पर पूरा हो जाए। बेवजह लखनऊ का चक्कर न लगाना पड़े।
केंद्र निर्धारण में गड़बड़ी मिली तो डीआईओएस होंगे जिम्मेदार
यूपी बोर्ड मुख्यालय के हर अनुभाग
का निरीक्षण किया और संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में पारदर्शी व्यवस्था अपनाई जाए। यदि किसी दागी विद्यालय को केंद्र बनाया गया तो संबंधित डीआईओएस पर कार्रवाई की जाएगी।