लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में अगले शैक्षिक सत्र वर्ष 2023- 24 से कक्षा एक से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें पढ़ाई जाएंगी। तीन चरणों में कक्षा आठ तक एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। जल्द शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार किया जाएगा। अभी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की पुस्तकें पढ़ाई जा रही हैं। राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम को लागू किए जाने से विद्यार्थियों को लाभ होगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने पहले चरण में वर्ष 2023-24 से कक्षा एक से कक्षा तीन तक के करीब 75 लाख विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी। दूसरे चरण में वर्ष 2024-25 में कक्षा चार से कक्षा पांच तक और फिर तीसरे चरण में वर्ष 2025-26 से कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी। परिषदीय स्कूलों में 1.90 करोड़ विद्यार्थी पढ़ रहे हैं इन्हें एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाया जाना है। इसे वर्ष 2018 से लागू होना था लेकिन कोविड के कारण यह पिछड़ता चला गया। यूपी बोर्ड के स्कूलों में कक्षा नौ से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को पहले ही एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जा रही हैं।