बाल दिवस के अवसर पर उन्होंने कई स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान कमिश्नर ने बच्चों को न सिर्फ मिठाई खिलाई बल्कि उनके सिर पर वात्सल्य से भरा हाथ फेरा। गोद में बिठाकर फोटो खिंचवाए। उन्होंने बच्चों को खेल खिलाए और खुद भी उनके साथ खेलीं। बच्चों से पढ़ाई के बारे में भी जाना। उन्हें पढ़ाया और जीवन में आगे बढ़ने की सीख दी। इसके बाद मंडलायुक्त ने बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर खाना भी खाया। कमिश्नर के इस रूप को देखकर अधिकारी भी हैरान नजर आए। मंडलायुक्त को अपने बीच पाकर बच्चे भी बेहद प्रसन्न और उत्साहित दिखाई दिए।
तेज तर्रार अफसर की छवि वाली बरेली कमिश्नर संयुक्ता समद्दार (Bareilly Commissioner Sanyukta Samaddar) का सोमवार को एक अलग ही किरदार दिखा।
मंडलायुक्त ने कई विद्यालयों का किया निरीक्षण
बाल दिवस के मौके पर कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने बरेली के प्राथमिक विद्यालय भरतौल और उच्च प्राथमिक विद्यालय फरीदापुर इनायत समेत आसपास के स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
कमिश्नर ने अधिकारियों और शिक्षकों से कहा कि बच्चों के लिए खेलकूद के सामान से लेकर बच्चों की यूनिफार्म, मिड डे मील अन्य जरूरी चीजें मुहैया होनी चाहिए। शिक्षक समय से स्कूल पहुंचें। बच्चों के चरित्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दें। स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
योगीराज में मिशन कायाकल्प से लौटी सरकारी स्कूलों में रौनक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश में चलाए जा रहे मिशन कायाकल्प ने सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदल दी है। मिशन कायाकल्प में प्राथमिक विद्यालय कान्वेंट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं। कमिश्नर ने जिन स्कूलों का निरीक्षण किया। उन स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस, सरकारी बच्चों के बैठने के लिए बेंच, ब्लैकबोर्ड समेत सभी सुविधाएं थीं। सरकारी स्कूल के बच्चे भी कान्वेंट स्कूलों की तरह कमिश्नर के सवालों का फटाफट जवाब दे रहे थे।