प्रतापगढ़। प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने के लिए जिले के 17 ब्लाकों में पांच-पांच एआरपी की तैनाती की गई है। सदर ब्लाक में तैनात सभी है। एआरपी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही तरीके से नहीं कर पा रहे थे। मामला संज्ञान में आने के बाद सीडीओ ने सभी का मानदेय रोक दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में स्कूलों का भ्रमण कर बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए एआरपी का चयन किया गया था। सदर ब्लाक में तैनात सभी एआरपी अधिकारियों के आसपास ही घूमकर समय व्यतीत करते रहे, जिससे समय पर प्रेरणा लक्ष्य के 40 प्रतिशत स्कूलों तक वे नहीं पहुंच सके। जबकि प्रत्येक एआरपी को वर्ष भर में 330 स्कूलों का भ्रमण करना होता है.
सीडीओ ईशा प्रिया ने लक्ष्य पूरा करने में फेल सदर ब्लाक के एआरपी धर्मेंद्र कुमार ओझा, नीलम सिंह, योगेश प्रताप सिंह, राजीव सिंह और शशांक उमरवैश्य के मानदेय भुगतान पर रोक लगाने के साथ ही नवीनीकरण न करने का निर्देश दिया है।
खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पांचों एआरपी के मानदेय भुगतान पर रोक लगा दी गई है। अभी नवीनीकरण नहीं किया गया है।