रायबरेली। बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए बुधवार को बीएसए दफ्तर के सभागार में खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक हुई।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने डीबीटी कायाकल्प समेत कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा की बीईओ से कहा कि ढिलाई न बरती जाए। सभी कामों की प्रगति बेहतर होनी चाहिए।
यूनिफार्म, स्वेटर, जूता-मोजा आदि के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत बच्चों को धनराशि भेजी जाती है। इसके लिए अब तक दो लाख 71 हजार 260 बच्चों के आधार प्रमाणीकरण का काम पूरा किया जा चुका है। परिषदीय विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या तीन लाख दो हजार 95 है।
बीएसए ने कहा कि जिनके आधार प्रमाणीकरण बाकी हैं या फिर अभिभावकों के बैंक खाते नॉन-सीडेड है, ऐसे मामलों का भी जल्द निस्तारण कर तेजी से काम पूरा किया जाए, ताकि शत-प्रतिशत बच्चे लाभान्वित हो सकें जिला समन्वयक (एमआईएस) अविलय सिंह ने यू-डायस से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
नौ ब्लॉकों की प्रगति शून्य पाई गई। कई ब्लॉकों की प्रगति बहुत अच्छी नहीं थी। इस पर बीएसए ने नाराजगी जताई और बीईओ से कहा कि यू-डायस अपडेशन का काम जल्द पूरा किया जाए आपरेशन कायाकल्प की प्रगति रिपोर्ट जिला समन्वयक (निर्माण) सत्यम ने रखी।
मीडियम स्कूलों में ही पढ़ा रहे थे एकाएक अंग्रेजी मीडियम में भेजे गए थे।
ऐसे में पढ़ाई के तौर तरीकों के बारे में बताया जाना था, लेकिन चार सालों से विभाग की लापरवाही से प्रशिक्षण अब तक नहीं हो सका।