इटावा। फायरिंग में घायल हुई प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका अभिलाषा यादव की हालत अभी भी गंभीर है। ऑपरेशन कर उनके शरीर से दो गोलियों निकाली गई। अभी भी डॉक्टर के मुताबिक पांच गोलियां फंसी है। सीटी स्कैन कराया गया है। वहीं मामले को जांच में जुटी पुलिस स्कूल से लेकर चितभवन के पास तक के सी सी टी वी फुटेज चेक कर चुकी है।
बकौल सुधीर ने बीमा को लेकर बात करने आई अभिलाषा पर सात फायर किए थे। इसके बाद खुद को गोली मारकर जान दे दी थी। जेके हास्पिटल के डॉ. मनोज यादव ने बताया कि मंगलवार रात नौ बजे ऑपरेशन शुरू हुआ था, जी पांच घंटे तक चला।
ऑपरेशन के दौरान तीन यूनिट खून चढ़ाया गया है। पांच यूनिट खून और लग सकता है दो गोलियां कमर के बीच हड्डियों में जा फंसी हैं। प्रधान की हालत में सुधार होने पर दूसरा ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं, सुधीर यादव के शव का मंगलवार रात दो बजे पोस्टमार्टम कराया गया। सुबह परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।
अभियाषा के पिता ने बताया कि गोली लगने के बाद बेटी ने पत्नी विमलेश को और बेटे सुशील कुमार को फोन कर घटना जानकारी दी थी। वह किसी तरह चितभवन रोड पर पहुंची, जहां से गुजर रहे दो लोगों ने उनको घायल देखकर पोके हास्पिटल में भर्ती कराया था। पुलिस दोनों युवकों को तलाश करने में जुटी है। प्रधानाध्यापिका दोपहर 12 बजे के आसपास स्कूल से निकली थीं और चितभवन की तरफ अकेले गई थीं।