माध्यमिक शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के बजाय अक्सर शिविर कार्यालय लखनऊ में बैठकर अपर शिक्षा निदेशकों (एडी) के कार्य करने से निदेशालय में कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए निवर्तमान माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपर शिक्षा निदेशकों को पत्र भेजकर निदेशालय में बैठ कर कार्य निस्तारित करने के निर्देश दिए थे।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को विलंब से विभागीय प्रोन्नति (डीपीसी) मिलने के बाद भी पदस्थापन अटका हुआ है। इसके अलावा अधीनस्थ राजपत्रित तो वरिष्ठता निर्धारण के लिए निदेशालय की ओर टकटकी लगाए हैं। वरिष्ठता निर्धारण के लिए शासन से तीन बार पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अब तक वरिष्ठता निर्धारित नहीं नहीं हो सकी है। इसके कारण पात्र शिक्षक प्रोन्नत नहीं हो पा रहे और प्रदेश के कई राजकीय इंटर कालेज प्रभारी के भरोसे संचालित हैं। इसके विपरीत अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. महेंद्र देव को अतिरिक्त प्रभार देकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक बना दिया गया है। अपर शिक्षा निदेशक राजकीय के पद का केके गुप्ता के पास अतिरिक्त प्रभार है। इधर, मई में प्रोन्नत सहायक अध्यापक एवं प्रवक्ता पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके विपरीत अधीनस्थ राजपत्रित की प्रोन्नति तो दूर, अभी उनकी वरिष्ठता ही निदेशालय निर्धारित नहीं करा पाया है। इसके लिए शासन तीन बार पत्र लिखकर स्पष्ट कर चुका है कि नौ ग्यारह के अनुपात में वरिष्ठता निर्धारित की जाए, ताकि पदोन्नति देने की प्रक्रिया पूरी की जा सके ।