सुल्तानपुर परिषदीय विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के निपुण लक्ष्य एवं लर्निंग आउट कम पर आधारित टेस्ट 10 नवंबर को प्रस्तावित है। दूरस्थ इलाकों में नेटवर्क की समस्या की वजह से इस टेस्ट का सरल एप के जरिए आयोजन आसान नहीं होगा।
कक्षा एक से आठ तक परिषदीय विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सरल एप के माध्यम से निपुण लक्ष्य एवं लर्निंग आउट कम पर आधारित त्रैमासिक आकलन कराए जाने का निर्देश स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने दिया है। पहले यह परीक्षा 20 अक्तूबर को होनी थी लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया था। अब 10 नवंबर को सभी 2064 परिषदीय विद्यालयों व 12 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में निपुण असेसमेंट टेस्ट मरल एप के माध्यम से कराए जाने का निर्देश दिया गया है। सरल एप के माध्यम से ही पूरी परीक्षा का आयोजन होना है। ऐसे में नेटवर्क का सही रहना बहुत जरूरी है।
बीएसए से की सहायक शिक्षक की शिकायत, जानें क्या है मामला
मौरावां प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विकास सिंह ने बीएसए संजय तिवारी से ब्लाक हिलौली के गांव देवमई स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षक की शिकायत की है।
सहायक शिक्षक अपने विद्यालय न जाकर क्षेत्र के अन्य परिषदीय स्कूलों में बिना किसी कार्य के घूमते रहते हैं। इस पर बीएसए ने सहायक शिक्षक को 11 नवंबर को कार्यालय तलब किया है।शिक्षक को निर्देश दिया है कि शैक्षिक सत्र 2021-22 के विद्यालयीय अभिलेख, अध्यापक उपस्थिति पंजिका पत्र व्यवहार पंजिका, प्रधान अध्यापक द्वारा प्रमाणित छायाप्रति, शिक्षक डायरी आदि लेकर कार्यालय आएं ।
जिले के दूरस्थ इलाकों में मौजूद विद्यालयों में नेटवर्क की काफी समस्या है। ऐसे में 10 नवंबर को आयोजित होने वाली परीक्षा सकुशल कैसे संपन्न होगी, यह बड़ा सवाल है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी कर निपुण असेसमेंट टेस्ट की परीक्षा जिम्मेदारी से आयोजित कराने का निर्देश दिया है। बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने कहा कि टेस्ट का उद्देश्य विद्यालयों में बेहतर व सकारात्मक वातावरण का सृजन करना है। बच्चों के अधिगम स्तर का पता लगाकर उनमें अपेक्षित दक्षताओं को प्राप्ति के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे।
■ दो चरणों में होगी परीक्षा टेस्ट 10 नवंबर को सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होगा। पहले कक्षा एक से तीन तक निपुण लक्ष्य का टेस्ट होगा। इसके बाद दोपहर साढ़े 12 से दो बजे तक कक्षा चार से आठ तक का लर्निंग आउट कम का टेस्ट लिया जाएगा (संवाद)
से हर ब्लॉक के आधे से अधिक शिक्षकों से इनकी कार्यशैली की जानकारी ली जाएगी।
महानिदेशक तक ऐसे मामले पहुंचे है, इससे जिलों में शिक्षकों और अन्य के बीच विवाद की स्थिति बन जाती है। महानिदेशक ने शिक्षकों से सीधे फीडबैक लेने की रणनीति तैयार की है। इसके तहत शिक्षकों के मोबाइल नंबर एनआईसी से अपडेट कराए जा रहे हैं इसमें जिन ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों या अन्य के बारे में अधिक शिकायतें मिलेगी, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं टीवीटी योजना में भी अभिभावकों को सीधे सामग्री के लिए अनुदान दिया है।
बच्चों को ड्रेस, कॉपी पेंसिल, जूता मोजा व स्वेटर के लिए 1200 रुपये की दर से अनुदान भेजा है। जानकारी के लिए अभिभावकों के मोबाइल नंबर फीड कराए गए हैं। सामग्री क्रय में अभिभावकों की दिलचस्पी कम होने पर अब शिक्षकों के साथ ही पंचायत स्तर के कर्मियों को प्रेरित करने के लिए निर्देश दिया गया है।