चौबेपुर विकास खंड के बनी गांव के प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन (मिड-डे-मील) के लिए थाली न लाने पर छात्र को प्रधानाध्यापिका के गुस्से का शिकार होना पड़ा। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी नाक से खून आ गया। स्वजन ने चिकित्सक से उसका उपचार कराया। रोते हुए पूरी दास्तां बता रहे छात्र का वीडियो वायरल होने से शिक्षा विभाग में खलबली मच गई और बीएसए ने प्राथमिक जांच के आधार प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है।
प्रधानाध्यापिका ने छड़ी और थप्पड़ों से पीटा
चौबेपुर के बनी गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ रहा आठ वर्षीय छात्र सूर्यांश कमल निवासी दयालपुर सोमवार को मध्याह्न भोजन का खाना लेने के लिए थाली ले जाना भूल गया था। पिता संतोष और मां संगीता का आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने बच्चे को छड़ी और थप्पड़ों से जमकर पीटा। पिटाई के दौरान बच्चे के नाक से खून बह निकला और कंधे पर सूजन आई है। घर पहुंचकर बच्चे ने रोते हुए पूरी बात बताई तो चिकित्सक से उसका उपचार कराया।
बच्चे का रोते हुए वीडियो वायरल
बच्चे ने रो रोकर प्रधानाध्यापिका द्वारा पीटे जाने की दास्तां बताई, जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया के सोशल प्लेटफार्म पर वायरल हो गया। हालांकि वायरल वीडियो की जागरण डॉट काम पुष्टि नहीं करता है। मामला तूल पकड़ने पर बिठूर पुलिस व खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) पूछताछ के लिए विद्यालय में पहुंचे।
प्रधानाध्यापिका नीता दीक्षित ने बताया कि छात्र को थाली न लाने पर मैंने डांटा था, पिटाई करने का आरोप गलत है। शिक्षामित्र ने साजिश करके स्वजनों से आरोप लगवाया है, जो गलत है। बीएसए सुरजीत कुमार सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया जांच के आधार पर प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है।