महराजगंज। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों ने सोमवार को धरना देने के बाद जिलाधिकारी को 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने कहा कि समस्याओं का समाधान नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है। राज्य कर्मचारियों एवं शिक्षकों के रोके गए भत्ते को बहाल किया जाय।
जिलाध्यक्ष श्रीभागवत सिंह ने कहा कि अभियान चलाकर रिक्त पदों पर भर्ती की जाए। विभागवार पदोन्नति का विवरण मंगाकर जल्दी पदोन्नति की जाए। चिकित्सा सुविधा में पत्नी को भी आश्रित की श्रेणी की शामिल किया जाए। संविदा एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को निश्चित अवधि के बाद पूर्णकालिक राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए।
नलकूप चालक संघ के जिलाध्यक्ष रामदयाल यादव ने कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है। ऐसे ही होता रहा तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
इंजीनियर केके दूबे ने कहा कि सरकार ने पूर्व में दिए जा रहे भत्तों को बंद कर दिया है। इससे कर्मचारियों की मुश्किल बढ़ गई है।
ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की मांगों पर अधिकारी गंभीर नहीं हो रहे हैं। चकबंदी लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत मणि त्रिपाठी ने
कहा कि जिन विभागों में प्रोन्नति के पद नहीं है, उन कर्मचारियों को 10, 16 और 20 वर्ष की सेवा पर अगला प्रोन्नत वेतनमान दिया जाए।
इस दौरान दिलीप श्रीवास्तव, अभिषेक मिश्रा, परमेंद्र प्रताप सिंह, अखिलेश्वर त्रिपाठी, समीउद्दीन अंसारी, पारस यादव, रामजीत, घनश्याम पांडेय, विजय, धर्मेंद्र, राजकुमार आदि मौजूद रहे।