उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने आखिरकार नौ साल बाद प्रधानाचार्य 2013 भर्ती का परिणाम जारी कर दिया है। सालों से प्रधानाचार्य बनने का सपना संजोए इन शिक्षकों में कुछ ऐसे भी हैं जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कुछ शिक्षक सत्र लाभ पर चल रहे हैं। ऐसे में वह अब महज कुछ माह के लिए ही प्रधानाचार्य बनेंगे। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य के 632 पदों के लिए 2013 में विज्ञापन में जारी हुआ था।
इसके बाद प्रक्रिया अधर में लटक गई। कोर्ट के दखल के बाद चयन बोर्ड ने जनवरी 2022 में फिर से प्रक्रिया शुरू की। अप्रैल-मई में साक्षात्कार हुए। आखिरकार रविवार को परिणाम घोषित किया गया। इसमें सीएवी इंटर कॉलेज में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता डॉ. मदन गोपाल मिश्र का चयन लखनऊ, कानपुर, मेरठ और देवीपाटन चारों मंडलों में प्रथम स्थान पर हुआ है।
लेकिन वह जन्मतिथि 25 जून 1960 के लिहाज से सेवानिवृत्त (62) हो चुके हैं। उन्हें सत्र लाभ मिला हुआ है। ऐसे में अब वह महज चार माह ही प्रधानाचार्य का पदभार संभालेंगे। वह 31 मार्च 2023 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। डॉ. मदन गोपाल का कहना है कि परिणाम समय से घोषित हुआ होता तो वह कई साल प्रधानाचार्य रहते। लेकिन अब केवल ग्रेड-पे का ही लाभ मिलेगा।
डॉ. लाल जी यादव बने प्रधानाचार्य
कर्नलगंज इंटर कॉलेज में उपप्रधानाचार्य और जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक डॉ. लालजी यादव का चयन जिला पंचायत इंटर कॉलेज औता मेेजा में हुआ है। इसके अलावा मेवालाल अयोध्या प्रसाद इंटर कॉलेज सोरांव में इतिहास के प्रवक्ता डॉ. शैलेश पांडेय का चयन कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ और वाराणसी मंडल में हुआ है।