बिजनौर के राजकीय इंटर कॉलेज का एक शिक्षक पेंशन के लिए आठ साल से दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। आर्थिक संकट से घिरे शिक्षक की पत्नी की गंभीर बीमारी से मौत हो गई है। अब वह स्वयं कई बीमारियों की चपेट में हैं। पैसे के लिए मोहताज शिक्षक ने पेंशन मंजूरी तथा बकाया देय के शीघ्र भुगतान की गुहार लगाई है। राजकीय शिक्षक संघ भी मामले में डीआईओएस से मिलेगा।
मामला राजकीय इंटर कॉलेज बिजनौर का है। अशोक कुमार कॉलेज में शिक्षक थे। वह वर्ष 2014 में सेवानिवृत्त हो गए हैं। अशोक कुमार का आरोप है कि विभाग की शिथिलता एवं उपेक्षा भाव के चलते उनकी आठ साल से पेंशन नहीं बनी है। उसका ग्रेच्युटी समेत अन्य देय का भुगतान भी नहीं हुआ है। वह इसके लिए विभाग अधिकारियों समेत शासन का दरवाजा खटखटा चुका है। बताया कि उसकी पत्नी की गंभीर बीमारी से मृत्यु हो गई है।
विभाग से उसे नियमानुसार इलाज में खर्च की गई आठ लाख की धनराशि का भुगतान होना है। परंतु भुगतान भी लटका है। वह खुद भी हृदय रोगी समेत कई बीमारियों से त्रस्त है। आरोप है कि पैसे के अभाव में वह सही इलाज भी नहीं करा पा रहा है।
मामला न्यायालय में लंबित: अशोक
डीआईओएस कार्यालय में राजकीय शिक्षकों के प्रकरणों का कामकाज देख रहे अशोक कुमार यादव का कहना है कि शिक्षक अशोक कुमार का मामला न्यायालय में लंबित है। जेडी ट्रेजरी ने शिक्षक की अन अंतिम पेंशन बनाने के निर्देश दिए थे। न्यायालय में केस के फाइनल होने पर ही पत्नी की बीमारी में खर्च पैसे का भुगतान हो सकेगा।