ज्ञानपुर स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के लिए तीन महीने तक चले अभियान में 314 लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई हो चुकी है। महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने नवंबर महीने में शेष स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट आनलाइन भेजने का निर्देश दिया है।
ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई में पहली से आठवीं तक के स्कूल खुल गए हैं। स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बेहतर करने के लिए महानिदेशक के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने डीम, औराई, ज्ञानपुर, अभोली, सुरियावां और भदोही ब्लॉक में स्कूलों का निरीक्षण किया। बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में 110, अगस्त में 130 और सितंबर में 74 शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का वेतन और मानदेय बाधित किया गया।
892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालयों में अब भी 100 से अधिक विद्यालय निरीक्षण से बचे हैं। महानिदेशक का पत्र आने के बाद विभाग ने 30 नवंबर तक शत प्रतिशत स्कूलों
का निरीक्षण करने का खाका तैयार कर लिया है। पत्र में बीएसए को निर्देश दिए गए हैं कि नवंबर महीने में स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों (चीईओ) व जिला समन्वयकों को सुबह छह बजे कार्यालय बुलाया जाए और उन्हें दूरस्थ विकास खंडों के स्कूलों की सूची सौंपी जाए।
ये चार चार विकास खंडों के स्कूलों को सूची लेकर उनकी जांच करेंगे और आनलाइन रिपोर्ट महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कार्यालय को देंगे। अबको नवंबर में दूर-दराज स्थित स्कूलों पर विशेष नजर रखी जाएगी। ऐसे बीईओ जो शिक्षकों को बेवजह परेशान करेंगे शिकायत होने पर जांच के आधार पर उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी।
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि महानिदेशक का पत्र आया है। पूर्व में भी सुबह छह बजे बुलाकर स्कूलों की जांच के लिए भेजा गया था। नवंबर में भी उसी क्रम में जांच की जाएगी।