प्रिय साथियों
जैसा कि आप समस्त जानते हैं कि विद्यालय प्रबंधन समिति का जीरो बैलेंस अकाउंट खोले जाने जाने के पश्चात वर्तमान में कंपोजिट ग्रांट की धनराशि जीरो बैलेंस वाले नवीन खाते में प्रेषित की गई है
यह धनराशि ,धनराशि के रूप में ना होकर लिमिट के रूप में रहेगी जोकि ना तो कैश के रूप में आपके खाते में या पासबुक में प्रिंट कराने पर दिखेगी और ना ही आप कैशस निकासी या चेक से निकासी ही कर सकते हैं
उक्त प्रक्रिया पूर्णता अवैध मानी जाएगी
आपके जीरो बैलेंस खाते में धनराशि की जगह लिमिट जारी किए जाने से तात्पर्य है कि यदि छात्र संख्या के हिसाब से आपके विद्यालय में ₹10000 मद बन रहा था तो उस खाते की लिमिट 10,000 जारी कर दी गई है
अर्थात उस खाते के माध्यम से आप 10000 तक खर्च या भुगतान कर सकते हैं किंतु यह प्रक्रिया नगद ना होकर पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से ही होना है
खाते में बैलेंस /लिमिट कैसे जानकारी करें ??
जीरो बैलेंस खाते में पासबुक पर प्रिंट के माध्यम से या बैंक में जाकर खाते में कितना मद आया है इसकी जानकारी नहीं प्राप्त हो सकेगी क्योंकि खाते मे धनराशि ना भेजकर के खाते में लिमिट जारी की गई है
खाते की लिमिट की जानकारी के लिए आपको अपने ब्लॉक के लेखाकार के माध्यम से अथवा अपने विद्यालय की पी एफ एम एस पोर्टल पर मेकर आईडी व पासवर्ड की जानकारी प्राप्त करके उस के माध्यम से आप अपने जीरो बैलेंस खाते की लिमिट की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
पी एफ एम एस पोर्टल के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया
बेसिक शिक्षा विभाग विद्यालय स्तर पर जीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से भुगतान के यह प्रक्रिया नवीन होने के कारण जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग वह समग्र शिक्षा के माध्यम से विभिन्न स्तरों से आपको उक्त संबंध में भुगतान प्रक्रिया की सूचना और जानकारी प्रदान की जाएगी
पी एफ एम एस पोर्टल के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया अभी बेसिक शिक्षा विभाग में नया कंसेप्ट होने के कारण हम समस्त के लिए थोड़ा सा चुनौतीपूर्ण और मुश्किलों भरा होगा
हालांकि एक बार जब आप पूरा रजिस्ट्रेशन आईडी पासवर्ड ,प्रक्रिया आदि की जानकारी प्राप्त कर जाएंगे उसके साथ ही आप उसमें अपने अधिकांश भुगतान होने वाले वेंडर जैसे कि स्टेशनरी वाले बिल्डिंग मटेरियल वाले पुताई करने वाले किराना वाले आदि अन्य लोगों का जब अपने विद्यालय के पोर्टल से ऐड कर लेंगे तब यह भुगतान की प्रक्रिया अत्यंत ही सरल हो जाएगी
इसमें आपको एक प्रकार से पहले पोर्टल के माध्यम से प्रक्रिया को पूर्ण करना होगा उसके पश्चात में संबंधित पत्र आदि को बैंक आदि के माध्यम से प्रदान करके संबंधित के सीधे खाते में भुगतान करना होगा
PFMS पोर्टल पर भुगतान की प्रक्रिया
पी एफ एम एस पोर्टल पर भुगतान के निम्न प्रमुख चरण है
🅿️पीएफएमएस पोर्टल पर login
🅿️पी एफ एम एस पोर्टल पर वेंडर की पूरी डिटेल भरते हुए उन्हें जोड़ना अर्थात जिन को पैसे का भुगतान करना है उन्हें अपने खाते से जोड़ना
🅿️Expenditure संबंधी विवरण को पूर्ण करना
🅿️जिस मदद के लिए एक्सपेंडिचर कर रहे हैं उससे संबंधित विवरण भरना
🅿️Sanscation अर्थात संस्तुति संबंधी विवरण भरना
🅿️डिडक्शन डिटेल विवरण को कंफर्म करके पूर्ण करना
🅿️ उक्त प्रक्रिया को पूर्ण करने के पश्चात बैंक में पत्र आदि के माध्यम से संबंधित के खाते में भुगतान करवाना
🅿️Step 1🅿️
सीएफएमएस के माध्यम से पेमेंट करने के लिए भुगतान करने के लिए सर्वप्रथम pfms.nic.in पर login करते है
होम पेज खुलने पर login में जाकर आपके विद्यालय के लिए आवंटित मेकर आईडी व मेकर पासवर्ड जो कि आपके ब्लॉक के सहायक लेखाकार के माध्यम से या समग्र शिक्षा अभियान विभाग के माध्यम से प्राप्त होगा ,से यूजरनेम /maker id व पासवर्ड डालकर login करते हैं
लॉग इन करने के पश्चात लेफ्ट साइड में बहुत से ऑप्शन ऊपर से नीचे की तरफ क्रमशाह दिखाई देते हैं जिसमें से हम master पर टच करेंगे
Master पर टच करने के पश्चात में बहुत सारे विकल्प आते हैं जिसमें वेंडर पर क्लिक करके सर्वप्रथम कार्य वेंडर अर्थात सप्लायर को ऐड करते हैं
🅿️ Step 2🅿️
Vendor पर टच करने पर बहुत सारे ऑप्शन खुल कर आते हैं जिसमें कि Add new पर टच करते हैं
Add new पर टच करने पर कई बॉक्स के कॉलम खुलकर आएंगे जिसमें कि वेंडर की पूरा डिटेल भरना रहेगा जिसमें कुछ कालम अति महत्वपूर्ण रहेंगे जिन्हें अनिवार्य रूप से भरना रहेगा
प्रमुख रुप से वेंडर या फर्म का नाम इसमें फर्म का प्रकार सबसे पहले पूछा जाता है जिस में मुख्यतः दो कॉलम आते हैं पर्सनल अर्थात किसी को व्यक्तिगत भुगतान करना है या फिर फर्म अर्थात कमर्शियल भुगतान करना है
इसमें वेंडर की डिटेल भरते समय सर्वप्रथम बिल्डर का नाम, टाइप, एड्रेस डिटेल जीएसटी नंबर आदि डिटेल भरते हैं इसके पश्चात प्रमुख रूप से वेंडर की बैंक डिटेल भरना रहता है जिसमें वेंडर का बैंक का नाम अकाउंट नंबर आदि भरा जाता है
वेंडर की पूरी डिटेल भरने के पश्चात सेव कर देते हैं जिससे कि वेंडर संबंधी डिटेल पूर्ण हो जाती है
इसके पश्चात Back वाले बटन पर क्लिक करके पुनः वापस प्रक्रिया में आ जाते हैं
🅿️step 3🅿️
अब हमको EXpenditure (व्यय)संबंधी डिटेल आदि भरना होता है
एक्सपेंडिचर पर क्लिक करने के पश्चात बहुत सारे विकल्प दाहिनी तरफ खुलकर आते हैं जिसमें हमें सबसे पहले Add new पर क्लिक करना होता है
Add new पर क्लिक करने पर एक नया फार्म जैसा अर्थात बहुत सारी डिटेल भरने के लिए खुलकर आता है
इसमें सबसे पहले स्कीम अर्थात किस योजना के तहत व्यय हो रहा है इसका डिटेल भरना आता है, जिसमें अधिकतर नीचे दिए गए बिंदु अर्थात समग्र शिक्षा वाले scheme के व्यय होते हैं, जिसे सेलेक्ट करते हैं
इसके पश्चात जिसके लिए एक्सपेंडिचर डन कर रहे हैं उसे भरना होता है अर्थात जिसके लिए व्यय कर रहे हैं
इसमें क्लिक करने पर जितने वेंडर हमने जोड़ रखे हैं अर्थात जिनकी डिटेल हमने ऐड कर रखी है वह सभी खुलकर सामने आ जाते हैं
इसमें से जिस वेंडर को भुगतान करना होता है उसे सेलेक्ट करते है
इसके पश्चात लाइटर अर्थात ऑफिस ऑर्डर नंबर स्कूल का नाम आदि डिटेल भरते हैं इसमें एक चीज का ध्यान रखना होगा कि सदैव किसी का भुगतान करते समय एक पत्रांक जैसी संख्या अर्थात ऑफिस ऑर्डर नंबर प्रदान करना रहेगा
उक्त डिटेल भरने के पश्चात में जो संबंधित पत्र होता है उसे choose file के माध्यम से अपलोड करते हैं
🅿️ step 4🅿️
इसके पश्चात अपलोड सैंक्शन लेटर के ऑप्शन के माध्यम से संबंधित संस्तुति के पत्र को अपलोड करते हैं
इसमें कुछ डिटेल और भरना होता है
जैसे सैंक्शन डेट, अवेलेबल लिमिट, टोटल अमाउंट जो कि भुगतान किया जा रहा है
इसके पश्चात कुछ अन्य कॉलम अर्थात नरेशन डिटेल भरनी होती है जैसे किस चीज के लिए भुगतान किया जा रहा है यहां भी स्कीम आदि पूछा जाता है जिसमें नीचे क्लिक करने पर बहुत सारे विकल्प आते हैं जो कि विद्यालय के विभिन्न कार्यों से जुड़े हुए होते हैं जिस मद में अर्थात जिसके लिए व्यय किया जा रहा हो संबंधित विकल्प का चयन कर लेते है
इसके पश्चात save के माध्यम से उक्त समस्त सूचनाएं संरक्षित कर लेते हैं प्रक्रिया में ही हमें एक बाउचर नंबर प्राप्त होता है
🅿️ step 5🅿️
इसके पश्चात आगे बढ़ने पर हमें एक विकल्प इंस्ट्रूमेंट टाइप में आता है जिस पर क्लिक करने पर दो विकल्प खुल कर आते हैं जिसमें हम समस्त प्रथम विकल्प का चयन करते हैं द्वितीय विकल्प डिजिटल सिग्नेचर से भुगतान का होता है जो कि हमें नहीं करना है
इसके पश्चात ऐड डिडक्शन डिटेल का विकल्प आता है जिसमें कुछ अन्य जोड़ना या – होता है तो उसे जोड़ा या घटाया जाता है
यदि अन्य कुछ ना जोड़ना है घटाना रहे तो ऊपर की पूरी प्रक्रिया को एक बार पुनः अच्छी प्रकार से मिलाकर जांच परख करते हुए आगे बढ़ते हैं जहां पर अंतिम विकल्प के रूप में कंफर्म बटन दबाना होता है
जब भली-भांति सुनिश्चित हो जाये की हमारा समस्त विवरण सही है तब कंफर्म बटन दबा दें
इस प्रकार हमारी पीएफएमएस पोर्टल पर की जाने वाली प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
Pfms पोर्टल की उक्त प्रक्रिया प्रथम बार करने पर ही है बहुत बड़ी और जटिल लगेगी इसके साथ ही जब आप करते रहेंगे तथा विशेषज्ञों द्वारा जब आपको प्रशिक्षण प्राप्त कर दिया जाएगा तो उसके पश्चात यह प्रक्रिया इतना कठिन नहीं लगेगीम
सभी साथी अभी विस्तृत रूप से विभाग द्वारा सूचना प्राप्त करने के पश्चात ही उक्त पी एफ एम एस पोर्टल के माध्यम से किसी भुगतान आदि की प्रक्रिया करे
तब तक धैर्य रखें..