लखनऊ:- समर्थ एप पर दिव्यांग बच्चों की हाजिरी मार्क न होने पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि अक्तूबर के अंतिम हफ्ते में कई ब्लॉकों में एक भी उपस्थिति मार्क नहीं की गई है। यह स्थिति खेदजनक है और विभागीय आदेशों की अवहेलना है। निर्देशों का पालन न करने पर कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जारी निर्देश के मुताबिक महानिदेशक ने कहा है कि अक्तूबर के अन्तिम सप्ताह की जनपदवार उपस्थिति के विवरण के अनुसार मात्र 13 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों की ही समर्थ एप पर साप्ताहिक उपस्थिति मार्क की गई है और 236 विकास खण्ड नगर क्षेत्र में एक भी बच्चे की उपस्थिति मार्क नहीं की गई है।
आंकड़ों के विश्लेषण से स्पष्ट है कि नोडल टीचर के द्वारा बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। यह स्थिति अत्यन्त खेदजनक है। इससे यह भी प्रतीत हो रहा है कि विभागीय अधिकारी इसकी मॉनटरिंग अपने स्तर पर नहीं कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों को सचेत करते हुए कहा है कि जिला स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी की समीक्षा बैठक में दिव्यांग बच्चों की समर्थ एप पर ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा समर्थ पोर्टल के माध्यम से की जाए और जिला समन्वयक -समेकित शिक्षा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों की समीक्षा बैठकों में समर्थ एप पर ऑनलाइन उपस्थिति का प्रस्तुतीकरण किया जाए। वहीं संकुल प्रभारी, प्रधानाध्यापकों की बैठकों में समर्थ एप की समीक्षा बीईओ द्वारा अनिवार्य रूप से की जाए।