लखनऊ, सिटी मान्टेसरी स्कूल की गोमती विस्तार शाखा में पढ़ने वाले कक्षा नौ के छात्र ने बुधवार ट्रेन के सामने कूदकर जान देने की कोशिश की।
वह इंजन के आगे लगी जाली से टकराकर बाहर गिरा। उसके सिर-पैर में गम्भीर चोट आयी है। उसे कमाण्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्र से माफीनामा भी मिला है जिसमें अंग्रेजी में लिखा है कि मैम, मैं कक्षा नौ का छात्र…हूं। मैं माफी मांगता हूं, जो कुछ भी गलती मैंने की। मैंने जो किया वह बहुत गलत था। मैंम, मैं वादा करता हूं कि कभी इसकी पुनरावृत्ति नहीं करूंगा। घर वालों ने इस बारे में कोई एफआईआर नहीं करायी है। सूचना पर अभिभावक, शिक्षक और प्रिंसिपल पहुंच गये थे। प्रबन्धक जंगदीश गांधी ने भी अस्पताल पहुंच कर परिवारीजनों को ढांढ़स बंधाया। स्कूल प्रशासन ने साफ नहीं किया कि छात्र ने किस गलती का जिक्र किया है। गुरुवार को स्कूल प्रशासन अपने स्तर से जांच करेगा। । एडीसीपी सै. अली अब्बास ने बताया कि घर वालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। चार लाइन का एक माफीनामा मिला है। शिक्षकों से गुरुवार को पूछा जायेगा। इस हादसे को लेकर कई चर्चाएं रही। कुछ साथियों ने बताया कि वह पढ़ाई में ठीक है। इस बार एक विषय में कम नम्बर आने पर टीचर ने शिकायत को कहा था। इस पर पिता के मोबाइल में टीचर का नम्बर ब्लॉक कर दिया था। टीचर ने घर चलने की बात कही थी। इसके बाद से ही वह परेशान था।
दूसरे रास्ते से घर के लिये निकला था
खरगापुर निवासी रिटायर फौजी ने बताया कि उनका 13 साल का बेटा स्कूल गया था। दोपहर में सूचना मिली कि बेटा विस्तार में रेलवे लाइन पर लहूलुहान मिला है। उसे लोहिया में भर्ती कराया गया है। वह बदहवाश से अस्पताल पहुंचे। पता चला कि बेटा जिस रास्ते से घर जाता था, बुधवार को वह दूसरे रास्ते से अकेले ही गया था। जमा लोगों ने बताया कि छात्र को रेलवे लाइन की तरफ जाते देखा गया था लेकिन यह अंदाजा किसी ने नहीं लगाया था कि इतनी छोटी उम्र का बच्चा इतना बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसके कुछ देर बाद ही वह लहुलुहान मिला था।
घटना हुई वायरल, स्कूल ने कहा-होगी पूछताछ
यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई तो चर्चा का विषय बन गई। सबने अपने मन से कई बातें लिखी। हालांकि स्कूल प्रशासन ने इस पर कोई सीधे तौर पर टिप्पणी नहीं की। स्कूल के कुछ कर्मचारियों ने यह जरूर कहा कि इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है। स्कूल प्रशासन का कहना है कि अभी वजह साफ नहीं है। गुरुवार को छात्रों और उसकी टीचरों से वजह जानने की कोशिश की जायेगी। घर वालों ने स्कूल पर कोई आरोप नहीं लगाया है। घर वालों ने इस बारे में ज्यादा किसी से बात भी नहीं की