मुरादाबाद। केजीके पीजी कॉलेज मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करने वाले आरोपी चपरासी ने इससे पहले भी वीडियो बनाए थे। पूछने पर गलती से मोबाइल शौचालय में छूट जाने का बहाना बना दिया था।
पीड़ित शिक्षिका का आरोप है कि शिक्षिकाओं के जाने से पहले आरोपी चपरासी शौचालय में घुस जाता था और फ्लश व नल चला देता था. ताकि बाहर वाले व्यक्ति को लगे कि वह लघुशंका के लिए गया था। पीड़िता ने जब अपना वीडियो बनते हुए देखा तो उनके होश उड़ गए और आरोपी को सबक ठिकाने की ठान ली। मामले में पीड़ित शिक्षिका ने राज्य महिला आयोग को शिकायत कर जांच की मांग की है। पीड़ित शिक्षिका का कहना है कि आरोपी शौचालय में पानी चलाकर मोबाइल को सेट करता था। इस घटना से दो दिन पहले भी आरोपी का मोबाइल शौचालय में पकड़ा था।
उस वक्त उसने बहाना बना दिया था इसी बात का उसने फायदा उठाया और दस नवंबर को दोबारा से वही हरकत की। जब वह शौचालय में गई तो वहां पर उन्होंने देखा कि फोन में वीडियो बन रहा है। अपना वीडियो बनते देख वह बुरी तरह डर गई और मोबाइल उठा लिया और बाहर आ गई।
आरोपी अपना फोन देखने के लिए तुरंत शौचालय में गया था, लेकिन फोन नहीं मिला तो पीछे दौड़ा और कहा कि मेरा मोबाइल दे दो।
जब पूछा कि वीडियो क्यों बनाया तो आरोपी ने कहा कि गलती हो गई. माफ कर दीजिए। अब भविष्य में किसी की वीडियो नहीं बनाऊंगा। तब मैंने कहा कि चौकी में से फोन ले लेना, क्योंकि इसकी शिकायत में पुलिस से करूंगी।