सुल्तानपुर। अब अकादमिक रिसोर्स पर्सन को नतीजा देना होगा। नजीते के आधार पर ही उनका नवीनीकरण अगले वर्ष के लिए हो सकेगा हर एआरपी 10 विद्यालयों को चिह्नत कर उनमें निपुण भारत लक्ष्य पूर्ण करेंगे। चिह्नित विद्यालयों का मूल्यांकन डायट की ओर से कराया जाएगा मूल्यांकन के बाद ही नवीनीकरण पर मुहर लग सकेगी।
निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों के अधिगम स्तर में वृद्धि के लिए अकादमिक रिसोर्स पर्सन को जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने निर्देश दिया है कि सभी अकादमिक रिसोर्स पर्सन अपने विकास खंड के 10 विद्यालयों को चिह्नित कर उन्हें निपुण विद्यालय के रूप में विकसित करेंगे यह काम दिसंबर 2023 तक पूर्ण होना है। अकादमिक रिसोर्स पर्सन बेहतर शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर निपुण विद्यालय का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कार्य योजना
बनाएंगे 10 नवंबर तक विद्यालयों का चयन करते हुए बीएसए के माध्यम से सूची राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय भेजी जाएगी। एआरपी चयनित विद्यालयों में दिसंबर 2023 तक कक्षा तीन तक के समस्त विद्यार्थियों के कक्षानुरूप निर्धारित दक्षताएं प्राप्त करने के लिए काम करेंगे।
शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों की ओर से बच्चों की समझ व प्रगति का आकलन किया जाएगा प्राप्त परिणाम के आधार कक्षावार निपुण तालिका बनाई जाएगी। कक्ष का वातावरण सुधारने व आकर्षक बनाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के लिए उपलब्ध कराई गई शैक्षणिक सामग्री जैसे आधार शिला क्रियान्वयन संदर्शिका प्रिंट रिच सामग्री पुस्तकालय को किताबें निपुण लक्ष्य तालिका, सूची, गणित किट ब्लूटुथ इनावल्ड स्पीकर, खेल सामग्री के प्रयोग के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा पर पर सीखने की प्रक्रिया को नियमित व प्रभावी बनाने के लिए अभ्यास कार्य व गृह कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों व अभिभावकों को रोड एलांग एप का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। एआरपी की ओर से चयनित 10 विद्यालयों का मूल्यांकन जनवरी 2024 में होगा डायट
की ओर से डीएलएड प्रशिक्षुओं की ओर से निपुण विद्यालय का मूल्यांकन कराया जाएगा। प्रशिक्षुओं की ओर से निपुण विद्यालय की पुष्टि होने पर राज्य परियोजना निदेशालय कार्यालय से स्वतंत्र वाल्व संस्था के माध्यम से फरवरी मार्च 2024 में विद्यालयों का मूल्यांकन होगा। स्वतंत्र मूल्यांकन में निपुण विद्यालय की पुष्टि होने पर अकादमिक रिसोर्स पर्सन के नवीनीकरण के लिए जनपदीय चयन समिति की ओर से विचार किया जाएगा।