शामली। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में किताबें पढ़ने व समझने की आदत का विकसित करने के लिए मंगलवार से रीडिंग कैंपेन शुरू हुआ है। यह कैंपेन 45 दिन तक चलेगा। पहले दिन विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास और पठन सामग्री के माध्यम से सरल रोचक शिक्षाप्रद कहानियों को पढ़ाया गया।
कोरोना काल में विद्यार्थियों की किताबों से दूरी बन गई थी। विद्यालयों में ऑनलाइन क्लास चलाई गई थी। शासन के निर्देश पर विद्यार्थियों को किताबों को पढ़ने की रूचि पैदा करने और आदत विकसित करने के लिए मंगलवार से 45 दिन तक का रोडिंग कैंपेन शुरू किया गया है। यह रीडिंग कैंपेन सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालयों में एक साथ चलाया गया है शासन की गाइड लाइन के अनुसार विद्यालयों में रोजाना अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों में किताबें पढ़ने की रूचि पैदा की जाएगी। पहले दिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से छोटे बच्चों को बड़े चित्रों वाली छोटी कहानी पढ़ाई गई। इसके बाद सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों को सहज नाम की पुस्तिका से सरल भाषा में रोचक कहानियों को पढ़ाया गया विद्यार्थियों ने कहानियों को पढ़ने में रूचि दिखई। इस दौरान विद्यार्थियों को विद्यालय में बने पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया।
आदर्श प्राथमिक विद्यालय नंबर एक लॉक की प्रधानाध्यापिका सुवासिनी ने बताया कि विद्यार्थियों में किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने और रुचि पैदा करने के लिए 45 दिन का रोडिंग कैंपेन शुरू किया गया है। विद्यार्थियों को चित्रों वाली रोचक कहानियों को पाया गया।