प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय ने सामूहिक नकल पर सख्त कदम उठाते हुए हुए प्रयागराज मंडल के चारों जिलों के 270 दोषी कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की है। विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने 15 कॉलेजों को दो साल और 28 कॉलेजों को एक साल के लिए डिबार कर दिया है। जनवरी के पहले सप्ताह से प्रस्तावित सेमेस्टर परीक्षा समेत डिबार अवधि में होने वाली अन्य परीक्षाओं के लिए इन कॉलेजों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा। साथ ही इन 43 कॉलेजों पर 1.5-1.5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
मंडल के 52 डिग्री कॉलेज ऐसे हैं, जिनको चेतावनी देने के साथ ही इन पर 1.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं 76 अन्य कॉलेजों को चेतावनी देते हुए एक लाख रुपये की पेनाल्टी लगाई गई है। 99 कॉलेजों को चेतावनी जारी कर 75 हजार रुपये का अर्थदंड जमा करने को कहा गया है। इन सभी कॉलेजों को विश्वविद्यालय को इस बात का हलफनामा भी देना होगा कि आगे से ऐसी किसी गतिविधि में लिप्त नहीं होंगे। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप नकल के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 सत्र की परीक्षा के लिए मंडल के 392 डिग्री कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इनमें से 270 परीक्षा केंद्रों पर सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। इनमें प्रयागराज के सर्वाधिक 160, फतेहपुर के 40, कौशाम्बी के 32 और प्रतापगढ़ के 38 कॉलेज शामिल हैं। नकल करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों की परीक्षा कराई जा रही है। इस तरह के 27220 परीक्षार्थियों में से 23540 परीक्षा दे रहे हैं।