प्रतापगढ़ा गांव के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने लाखों रुपये का भवन बनवाया पानी के लिए हैंडपंप शौचालय की व्यवस्था होने के बाद भी स्कूल में ताला लटक रहा है। जिले में ऐसे 16 स्कूल है, जिनमें एक भी शिक्षक नहीं है।
बीएसए को जानकारी होने पर बगल के एक एक शिक्षकों को संबद्ध किया, मगर तब तक इतनी देर हो चुकी थी के स्कूल में नामांकित बच्चों ने स्थानीय निजी
स्कूलों में नाम लिखा लिया। बेसिक शिक्षा विभाग ने तबादला, प्रमोशन और नए शिक्षकों की तैनाती सहित सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों ने जब ऑनलाइन शिकायत की, तो बीएसए से एक एक शिक्षक संबद्ध करने को कहा गया, मगर तब तक स्कूल के बच्चे निजी स्कूलों में दाखिला ले चुके थे। जब स्कूल में बच्चे नहीं रह गए, तो शिक्षकों ने भी जाना बंद कर दिया। वर्तमान में इन स्कूलों में ताला लटक रहा है।