निपुण एसेसमेंट टेस्ट (नैट) के लिए शहर से आने वाली शिक्षिका की हालत बिगड़ने पर शहर ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
मांडा खास पहाड़ी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका मंजूलता (47) वर्ष 2004 में विशिष्ट बीटीसी से चयनित हुई थीं। वे शहर से रोज मांडा आती थीं। नैट के कारण गुरुवार रात एक रसोइए के घर मांडा खास में रुक गई। शुक्रवार सुबह विद्यालय पहुंचने पर उनकी तबीयत तनाव के कारण बिगड़ गई। विद्यालय के शिक्षकों ने ग्राम प्रधान मांडा खास डॉक्टर असद अली को जानकारी दी। जिस पर ग्राम प्रधान विद्यालय पहुंचे और बीमार शिक्षिका को मांडा सीएचसी ले गए। सीएचसी में हालत न सुधरने पर अधीक्षक डॉ. एससी गौड़ ने शहर रेफर कर दिया।
शहर पहुंचने के पहले ही शिक्षिका की मौत हो गई । शिक्षिका का पति से काफी पहले तलाक हो चुका है तथा कोई संतान भी नहीं है। बीईओ मांडा महेंद्र सिंह ने शिक्षिका की मौत पर दुख व्यक्त किया है।