ग्राम पंचायत व नगर पालिकाओं की निधि के अलावा भी परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प के लिए एक सोसाइटी का गठन किया जाएगा। यह सोसाइटी पंजीकृत रहेगी और जन सहयोग यानी उद्यमियों, समाजसेवियों, जनप्रतिनिधि आदि के सहयोग से शिक्षा का स्तर बेहतर बेहतर करेगी। शिक्षा विभाग ने इसके गठन का कार्य शुरू कर दिया है।
जिले में 2023 प्राइमरी व 722 मिडिल स्कूल में हैं। परिषदीय विद्यालयों को अभियान कायाकल्प के तहत लकदक किया गया है। इसके बाद भी अभी अधिकांश विद्यालय ऐसे हैं, जहां संसाधनों की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। भवन भी बदहाल है। अब ऐसे विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पहल की गई है। परिषदीय विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति के लिए जिले में कायाकल्प सोसाइटी गठित की जाएगी।
इसके अध्यक्ष डीएम, उपाध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी, सदस्य जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका रहेंगे। इस कायाकल्प सोसाइटी का पंजीकरण होगा।
सोसायटी के तहत होने वाले विद्यालयों के अधूरे कार्यों को सोसाइटी के माध्यम से पूर्ण कराया जाएगा। सोसाइटी जन सहयोग से विद्यालयों कक्षों के फर्श, ब्लैक बोर्ड, रंगाई, स्मार्ट क्लास, साइंस लैब आदि का कार्य कराएगी। इस पहल से विद्यालयों में बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा।
कायाकल्प सोसाइटी के गठन का कार्य चल रहा है। परिषदीय विद्यालयों में जन सहयोग के माध्यम से विकास कार्य कराएं जाएंगे। भूपेंद्र सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी