2023 में शिक्षा थोड़ी और स्मार्ट होगी। स्मार्ट क्लास, टैबलेट और कम्प्यूटर लैब से पढ़ाई को दिलचस्प और रोचक बनाने के साथ ही पढ़ाई और स्कूलों की मॉनिटरिंग में भी तकनीक का इस्तेमाल होगा। बेसिक, जूनियर और माध्यमिक स्तर में पूरा जोर तकनीक पर होगा।
अगले वर्ष सभी प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में दो-दो टैबलेट पहुंचेंगे जिसके फेस रीडिंग एप से हाजिरी की शुरुआत होगी। वहीं टैबलेट के माध्यम से पढ़ाई लिखाई भी स्मार्ट होगी। इसके अलावा प्रदेश के 18 हजार परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास लगेगी। वहीं माध्यमिक स्तर के 2250 सरकारी स्कूलों में 10-10 कम्प्यूटरों की लैब बनाई जाएगी। सभी केजीबीवी भी स्मार्ट क्लास से लैस होंगे।
ऑपरेशन कायाकल्प के सभी मानक होंगे पूरे
2023 इस मायने में खास होगा कि बुनियादी शिक्षा के 1.35 लाख स्कूलों में ऑपरेशन कायाकल्प के सभी मानकों को पूरा किया जाने का लक्ष्य है। मार्च, 2023 तक सभी स्कूलों में बाउंड्रीवाल, ब्लैकबोर्ड, पीने का पानी, शौचालय, टाइल्स समेत अन्य सुविधाएं जुटाई जानी हैं। अगले वर्ष कक्षा एक से लेकर 8 तक की परीक्षा सभी जिलों में एक ही दिन और समय पर करवाने का लक्ष्य है जिसे सरल एप से जांचा जाएगा जिससे कम वक्त में रिजल्ट सामने आ सके। वहीं माध्यमिक स्तर के स्कूलों में भी ऑपरेशन कायाकल्प चलाया जाएगा। प्रोजेक्ट अलंकार से स्कूलों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण होगा।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं भी होंगी डिजिटल निगहबानी में
यूपी बोर्ड 2023 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की व्यवस्थाएं अब और स्मार्ट होंगी। इसके प्रश्नपत्र लेकर जाने वाला वाहन जीपीएस युक्त होगा यानी इसकी ट्रैकिंग की जा सकेगी और रास्ते में पेपर लीक होने की संभावना से बचा जा सकेगा। इसका रूटमैप पहले से फिक्स होगा और इसमें ऐसी व्यवस्थाएं होंगी कि इसमें छेड़छाड़ होने पर कंट्रोल रूम में जानकारी पहुंच सके। संवेदनशील जगहों और लॉकर रूम में एआई युक्त कैमरे लगाए जाएंगे ताकि संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत कंट्रोल रूम में नोटिफिकेशन आए और कार्रवाई की जा सके।