यूपी के स्कूलों में अजब खेल सामने आ रहा है। यहां छुट्टी लेकर उसे निरस्त करने की होड़ सी दिखाई दे रही है। शिक्षकों के अवकाश लेने के बाद उन्हें निरस्त करने पर 53 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने आदेश भेजकर कहा है कि शिक्षकों के अवकाश दोपहर 12 बजे के बाद से रात दस बजे तक निरस्त किए जा रहे हैं। ये स्थिति संदेहजनक है। लिहाजा सभी बीएसए अपना स्पष्टीकरण पांच जनवरी तक भेजें।
उन्होंने कहा कि एक दिवसीय अवकाशों को लेकर इस तरह के प्रकरण सामने आए हैं। इससे प्रतीत हो रहा है कि अवकाश का उपभोग करने के बाद उसे ऑनलाइन निरस्त किया जा रहा है। कभी-कभी देर रात अवकाश निरस्त किए जा रहे हैं। इसमें आवेदनकर्ता शिक्षक और रिपोर्टिंग अफसर की संलिप्तता का संदेह है। लिहाजा हर प्रकरण पर अलग-अलग स्पष्टीकरण भेजा जाए।
वहीं उन्होंने बाल देखभाल अवकाश और मातृत्व अवकाश को निरस्त करने के लिए निरर्थक कारणों के लिए भी बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है। 19 जिलों के बीईओ व बीएसए से उन्होंने प्रकरणवार स्पष्टीकरण मांगा है कि वे बताएं कि किन कारणों से अवकाश निरस्त किए गए?
शिक्षकों के अवकाश अब ऑनलाइन स्वीकृत व निरस्त होते हैं। हर छुट्टी को लेने की प्रक्रिया तय है, वहीं इसे मंजूर करने की समयावधि भी महानिदेशक ने तय कर दी है।