● मानव संपदा पोर्टल से ऑनलाइन होगी तैनाती
● माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तय किए मानक
छात्रों की उपस्थिति बढ़ाएं
खण्ड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति को बेहतर करने के साथ कक्षा में पठन-पाठन को बेहतर बनाएंगे। निपुण भारत पोर्टल पर उपलब्ध डैशबोर्ड के माध्यम से पांच बिन्दुओं पर मिशन मोड में अगले तीन महीने तक काम किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है।
लखनऊ, प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों व हाईस्कूल में प्रोन्नत प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता समेत समकक्ष पदों पर तैनाती ऑनलाइन होगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने मानक तय कर दिए हैं। तैनाती की प्रक्रिया मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक महेन्द्र देव ने इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है।
शिक्षक के खुद कैंसर, एचआईवी, किडनी, लिवर के गंभीर रोगों से ग्रस्त प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता समेत समकक्ष शिक्षक को वरीयता दी जाएगी। इसके लिए प्रतिष्ठित चिकित्सालाय जैसे एम्स, पीजीआई, राज्य चिकित्सा महाविद्यालय या चिकित्सा बोर्ड द्वारा जारी प्रमाणपत्र मान्य होगा।
इसके अलावा स्वयं दिव्यांग की श्रेणी में होने पर 80 प्रतिशत से अधिक 60 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक व 40 से 60 प्रतिशत तक के अलग-अलग अंक दिए जाएंगे। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र मान्य होगा। पति या पत्नी के सरकारी सेवा में होने पर ही एक ही जिले या स्थान पर और इसमें भी एडेड विद्यालय व महाविद्यालय या बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत अध्यापकों के पति या पत्नी को भी मानक के तहत गुणांक का लाभ दिया जाएगा। आयु 31 मार्च 2022 को 58 वर्ष पूरे करने वालों को भी वरीयता दी जाएगी। तैनाती के लिए जिलावार, विद्यालयवार उपलब्ध रिक्त पदों का विवरण पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा।