प्रधानाध्यापक नई दर पर दिखा रहे खर्च, विभाग ने खड़े किए हाथ
प्रतापगढ़। एमडीएम योजना के तहत कनवर्जन कास्ट पर केंद्र सरकार की मुहर लगने के बाद भी एमडीएम प्राधिकरण ने कोई आदेश जारी नहीं किया है। इधर, अधिकांश हेडमास्टरों ने नई दर से भुगतान प्राप्त करना प्रारंभ कर दिया है। इससे अफसरों की परेशानी बढ़ गई है।
एमडीएम योजना में कनवर्जन कास्ट पर दो वर्ष बाद केंद्र सरकार ने मुहर लगाई। एक अप्रैल 2020 को कनवर्जन कास्ट की रकम निर्धारित की गई थी। उसके बाद से इस पर विचार नहीं किया गया। महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्राइमरी के स्कूलों में पढ़ने वाले प्रति बच्चा कनवर्जन कास्ट में 35 पैसे और मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए 82 पैसे की बढ़ोत्तरी का निर्णय लिया। इस पर अक्तूबर माह में मुहर लगाई गई। मो. इजहार, एमडीएम प्रभारी, बीएसए और एक अक्तूबर से नई दरें लागू करने का फैसला किया गया।
जबकि एक अप्रैल 2020 को जारी कनवर्जन कास्ट की दर प्राइमरी में प्रति बच्चा 4.91 और मिडिल में 7.35 रुपये घोषित की गई थी। मगर सोशल मीडिया पर बढ़ी हुई जो दर वायरल हो रही थी, वह प्राइमरी में प्रति बच्चा 5.45 और मिडिल में 8.17 रुपये बताई गई थी।
कनवर्जन कास्ट बढ़ोत्तरी का कोई नया आदेश नहीं आया है। अगर कोई हेडमास्टर बढ़ी हुई दर पर भुगतान कर रहा है, तो यह वित्तीय अनियमितता में आएगा जब तक विभाग को कोई आदेश विभाग नहीं मिलता है, तब तक हेडमास्टर पुरानी दर पर ही भुगतान प्राप्त करें।