उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) ने अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या-50 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर विधि के 41 पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा का संशोधित परिणाम बुधवार को जारी कर दिया। सफल घोषित किए गए अभ्यर्थियों का इंटरव्यू चार एवं पांच जनवरी को होगा।
इससे पूर्व आयोग ने लिखित परीक्षा में 142 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया था, लेकिन प्रश्नों के विवाद को लेकर भर्ती फंस गई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर आयोग को लिखित परीक्षा का परिणाम संशोधित करना पड़ा। इस बार 150 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया गया है। सफल अभ्यर्थियों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन पूर्व में सफल कुछ अभ्यर्थी मेरिट से बाहर हो गए हैं और संशोधित परिणाम की मेरिट में नए अभ्यर्थियों को जगह दी गई है।
पुनर्मूल्यांकन के बाद जारी संशोधित परिणाम में जिन 150 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया गया है, उनमें अनारक्षित वर्ग के 53, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 23, अन्य पिछड़ा वर्ग के 55, अनुसूचित जाति के 16 एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के तीन अभ्यर्थी शामिल हैं। इनमें तीन दिव्यांगजन अभ्यर्थी भी हैं।
लिखित परीक्षा में अनारक्षित वर्ग में न्यूनतम 138.78, ईडब्ल्यूएस में 138.78, ओबीसी में 136.73, एससी वर्ग में 124.49, एसटी वर्ग में 91.84 और दिव्यांगजन कोटे में न्यूनतम 130.61 अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया है। अभ्यर्थी अपना साक्षात्कार पत्र आयोग के पोर्टल uphesc2021.co.in से 17 दिसंबर की दोपहर से डाउनलोड कर सकते हैं।
तीन प्रश्नों के उत्तर में थी विसंगति
असिस्टेंट प्रोफेसर विधि के पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा में तीन विषयों को लेकर विवाद हुआ था। ‘ए’ सिरीज की प्रश्न पुस्तिका में प्रश्न संख्या 72, 74 एवं 100 के उत्तर में विसंगति के लिए अभ्यर्थियों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट के आदेश पर आयोग को परिणाम संशोधित करना पड़ा।
असिस्टेंट प्रोफेसर गृह विज्ञान का परिणाम भी संशोधित
लिखित परीक्षा में विसंगति के कारण आयोग ने हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन असिस्टेंट प्रोफेसर गृह विज्ञान की लिखित परीक्षा में दो अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया है, जिनका साक्षात्कार चार जनवरी को होगा। हालांकि, गृह विज्ञान के 12 पदों पर चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है। संशोधित परिणाम में आयोग ने जिन दो अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया है, उनमें से एक अनारक्षित और एक अभ्यर्थी ईडब्ल्यूएस वर्ग का है। अगर इंटरव्यू के बाद इन दोनों अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित घोषित किया जाता है तो पूर्व में नियुक्ति पा चुके अभ्यर्थियों को नौकरी गंवानी पड़ेगी।
डॉ. शिवजी को यूपीएचईएससी के सचिव का प्रभार
शासन ने उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) के सचिव रहे दयानंद प्रसाद की तैनाती कुंभ मेले में कर दी है। उन्होंने नई जिम्मेदारी संभाल ली है। उन्हें 2013 और 2019 के कुंभ का भी अनुभव रहा है। इसे देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई। उनकी जगह अब आयोग के उप सचिव डॉ. शिवजी मालवीय सचिव का प्रभार देखेंगे। आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने बताया कि नए सचिव के आने तक डॉ. शिवजी मालवीय सचिव की जिम्मेदारी संभालेंगे