अलीगढ़ ।
जूनियर विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राएं किक और पंच मारते हुए नजर आएंगी। अटैक इज दी बेस्ट फॉर्म ऑफ डिफेंस की थीम पर जू. विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय और कंपोजिट विद्यालयों के छात्राओं को रानी लक्ष्मी बाई योजना के तहत आत्म रक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके लिए उन्हें ऑनलाइन क्लास के माध्यम में प्रशिक्षण अनुदेशकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी पत्र के अनुसार समज में बढ़ रहे छेड़छाड़, चेन स्नेचिंग, यौन हिंसा, अचानक हमले को देखते हुए जू. विद्यालयों के बालिकाओं आत्म रक्षा के प्रशिक्षित करने की योजना बनाई गई है। कंपोजिट, माध्यमिक और कस्तूरबा विद्यालयों के छह से आठ तक की छात्राओं को रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में समग्र शिक्षा के तहत कंपोजिट विद्यालयों के 10158 और कस्तूरबा 746 खेल शिक्षकों को छात्राओं को प्रशिक्षण देने के लिए तैयार किया गया। जिनका प्रशिक्षण कार्य भी पूरा किया जा चुका है। अब यही स्वास्थ्य व खेल अनुदेशक छात्राओं प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। कार्यक्रम के तहत पहले सप्ताह में छात्राओं को वार्मअप प्रशिक्षण के साथ बाल सुरक्षा, कानून और हेल्पलाइन नंबर 1090 की जानकारी देनी होगी। इन सभी गतिविधियों पर खंड शिक्षा अधिकारी को मॉनिटरिंग करनी होगी। जिसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी।
● जनवरी माह से प्रदेश के जूनियर स्कूलों में शुरू होगा प्रशिक्षण
● प्रशिक्षण के बाद 10 दिनों तक की जाएगी मॉकड्रिल और अभ्यास
इस प्रकार होगा प्रशिक्षण चरण
बालिकाओं को प्रथम स्तर और दूसरे स्तर पर वार्मअप, रनिंग, स्ट्रेचिंग जंपिंग आदि गतिविधि कराई जाएगी। तीसरे चरण में वार्मअप, वार्मअप, रनिंग, स्ट्रेचिंग जंपिंग, सुरक्षा के बिन्दुओं चर्चा, मॉकड्रिल का आयोजन होगा। चौथे स्तर पर सिंगल पंच, डबल पंच, ट्रिपल, मिडिल पंच, सिंगल हैंड ग्रिप, चिन पंच, फेस पंच, चेस्ट अटैक, थाई डिफेंस, नेट अटैक, एल्बो अटैक, बैक साइड डिफेंस, रिब अटैक फ्राम साइड, फ्रंट नेक ग्रिप, साइड एब्डामिनल किक, किक इन साइड आउट साइड, नोज किक, चेस्ट किक, वेस्ट किक आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उच्च प्राथमिक विद्यालय, कंपोजिट और कस्तूरबा विद्यालयों की छात्राओं को आत्म रक्षा के लिए प्रशिक्षण देने के निर्देश महानिदेशालय से आया है। जिसके लिए प्रदेश के 10904 खेल और स्वास्थ्य अनुदेशकों को प्रशिक्षण दिया गया है। निर्देशों के अनुसार प्रशिक्षण को पूरा कर प्रगति रिपोर्ट मुख्यालय से आए फॉर्मेट पर दिया जाएगा।