बरेली: बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन कुछ खंड शिक्षा अधिकारियों पर लगातार वसूली करने के आरोप लग रहे हैं। अब मझगवां ब्लाक के शिक्षकों व शिक्षामित्रों ने खंड शिक्षा अधिकारी पर भी वसूली का आरोप लगाते हुए स्कूल शिक्षा महानिदेशक को शिकायती पत्र भेजा हैं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है, ब्लाक के करीब दर्जनभर शिक्षक स्कूल न जाने के बदले में बीईओ को हर महीने मोटी रकम देते हैं।
शिक्षकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो शिक्षक उन्हें महीना नहीं देते हैं उनसे कंपोजिट ग्रांट, प्रसूति अवकाश, सीसीएल और अनुपस्थिति के नाम पर जमकर वसूली की जाती है। आनलाइन निरीक्षण में शिक्षामित्रों, अनुदेशकों की अनुपस्थित दिखाकर उनका मानदेय रोका जाता है। उसके बदले में वसूली की जाती है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा का कहना है कि संगठन की ब्लाक इकाई से यह शिकायत प्राप्त हुई है, जिसे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को इस संबंध में कार्रवाई के लिए भेजा गया है। सभी शिक्षकों के साथ समानता का व्यवहार होना चाहिए जिन ब्लाकों में बीईओ ने इस तरह की व्यवस्थाएं कर रखी हैं वे सुधार कर लें। अन्यथा की स्थिति में संगठन उनका पुरजोर विरोध करेगा। महानिदेशक को शिकायत भेजी जाएगी।
स्कूलों को बनाया निशाना शिक्षकों व शिक्षामित्रों ने जो शिकायत पत्र महानिदेशक को भेजा है, उसमें ब्लाक के गौटिया डालचंद लभारो, शिवपुरी, फुलासी, बझेड़ा, नौगवां ब्रह्मनान, कंपोजिट विद्यालय सतारनगर आदि स्कूलों के नाम शामिल हैं। आरोप लगाया है कि इन विद्यालयों के कुछ शिक्षक व प्रधानाध्यापक स्कूल न जाने के बदले में बीईओ को हर माह पैसा पहुंचाते हैं।
सभी आरोप निराधार हैं। राजनीति साजिश के तहत इस तरह के आरोप लगाए जा रहें। ब्लाक में कभी भी आकर चेकिंग हो जाए उससे सारी स्थिति साफ हो जाएगी।
– दिलीप कुमार, बीईओ मझगवां