फतेहपुर। जूनियर हाईस्कूल में अध्यापक की नौकरी का झांसा देकर सेवानिवृत्त शिक्षक से 22 लाख की ठगी की गई। शिक्षक बेटे की नौकरी लगवाने के चक्कर में ठगी का शिकार हुआ है। मामले में एसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के आबूनगर निवासी लोकेंद्र पाल सिंह ने बताया कि चे राजकीय इंटर कॉलेज का सेवानिवृत्त सहायक अध्यापक हैं। उसका पुत्र अजय सिंह गौतम बीएड और
टीईटी पास है। बाकरगंज स्थित अनुपम पुस्तक भंडार के मालिक वीरेंद्र सिंह से उनकी पुरानी जान पहचान है। वीरेंद्र ने सात साल पहले उसके पुत्र की संकठा प्रसाद जूनियर हाईस्कूल मवई गनेशपुर वित्तीय सहायता प्राप्त में नौकरी लगवाने की बात कही।
स्कूल का प्रबंधक सीर गांव के कल्लू सिंह उर्फ नरेंद्र सिंह को बताया। उनकी वीरेंद्र ने अपनी दुकान में कल्लू सिंह से मुलाकात कराई पुत्र की नौकरी लगवाने में कुल खर्च 22 लाख बताया एडवांस वीरेंद्र सिंह ने कल्लू को 10 लाख रुपये दिलाए एक सप्ताह बाद कल्लू सिंह के पुत्र
राजेश सिंह छह लाख रुपये घर आकर लिए। धीरे-धीरे 22 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद बेटे की 15 मई 2016 को साक्षात्कार के लिए बुलाया। विद्यालय में औपचारिकता निभाई गई। इसके बाद पुत्र की नौकरी नहीं लगी। बाद में पता लगा कि प्रबंध समिति विवादित है।
उसने कई बार रुपये वापस मांगे उसने मामले की एसपी शिकायत की। रुपये लेनदेन की आडियो और वीडियो रिकार्डिंग भी है। कोतवाल अमित मिश्रा ने बताया कि धोखाधड़ी का तीन पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।