उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रवक्ता के 1342 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी हुए डेढ़ माह होने जा रहे हैं, लेकिन अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं। यूपीपीएससी ने 19 विषयों में जीआईसी प्रवक्ता के 1342 पदों का परिणाम जून-2022 में दो चरणों में जारी किया था। इसके बाद 10 से 20 अक्तूबर तक चयनित अभ्यर्थियों की ऑनलाइन काउंसलिंग की गई थी। अभ्यर्थियों से कहा गया था कि 30 अक्तूबर तक उन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए गए।
अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने स्टाफ नर्स के तकरीबन 1400 पदों पर भर्ती का परिणाम प्रवक्ता भर्ती रिजल्ट के बाद जारी किया था, इसके बावजूद स्टाफ नर्स के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी गई। अभ्यर्थियों का आरोप है कि शासन प्रवक्ता के पदों पर चयनित अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव कर रहा है। अभ्यर्थियों से कहा गया था कि खुद मुख्यमंत्री उन्हें नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे, लेकिन अभी तक कार्यक्रम तय नहीं किया सका है।
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के संयोजक अनिल उपाध्याय का कहना है कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने जब माध्यमिक शिक्षा का प्रभार भी संभाला तो चयनित अभ्यर्थियों में उम्मीद जगी थी कि नियुक्ति जल्द ही मिल जाएंगी, लेकिन अभ्यर्थियों को हताश होना पड़ा। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि किस अभ्यर्थी को कौन सा विद्यालय आवंटित किया गया है। मोर्चा की ओर से शासन से मांग की गई है कि चयनितों को शीघ्र नियुक्ति दी जाए।