अमेठी। स्थानीय नगर पंचायत के हथकिला स्थित कंपोजिट स्कूल को अधिशासी अधिकारी ने गोद लिया है। बावजूद इसके कंपोजिट विद्यालय खेल मैदान व कक्षा कक्षों के अभाव का दंश झेल रहा है। बच्चे संसाधनों के अभाव में पठन-पाठन करने को मजबूर हैं।
स्थानीय ब्लॉक के गांव हथकिला स्थित कंपोजिट विद्यालय को अधिशाषी अधिकारी अमेठी के द्वारा गोद लिया गया है। गोद लेने के बाद आज तक अधिकारी अपने गोद लिए विद्यालय में नहीं गए हैं। इस विद्यालय में पंजीकृत 214 विद्यार्थियों में 110 छात्र और 104 छात्राएं हैं। विद्यालय में प्रधानाध्यापक राकेश तिवारी के अलावा सहायक अध्यापक मुकेश वर्मा, नाज नक्की आरती यादव, अविनाश सिंह, कोमल तथा शिक्षामित्र पुष्पा देवी व रामकली की तैनाती है।
एमडीएम बनाने के लिए चार रसोइया रेखा, मालती गीता सरोज, गीता जायसवाल की तैनाती है। विद्यालय में एक ऑफिस व उसी में स्टोर रूम के अलावा विद्यालय में कुल आठ कक्षा कक्ष हैं। जिसमें एक कक्षा कक्ष निष्प्रयोज्य है तो एक कक्षा कक्ष में बारिश के दिनों में पानी टपकता है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय का भवन भी मरम्मत की हालत में है। विद्यालय में सभी कक्षाओं में डेस्क बेंच की व्यवस्था है कक्षा कक्ष के अभाव में एक कमरे में दो कक्षाओं का संचालन होता है। भवन के अभाव में बुधवार को विद्यालय में कक्षा दो व तीन के बच्चे एक ही कमरे में बैठकर पठन-पाठन कर रहे थे। विद्यालय में दो कक्षाओं में स्मार्ट क्लास चलती है। इसमें प्राथमिक विद्यालय के एक कमरे में स्मार्ट टीवी तो उच्च प्राथमिक विद्यालय के कमरे में प्रोजेक्टर की व्यवस्था है। बारिश के दिनों में पुराने भवन के एक कमरे की छत से पानी टपकता है।
जिससे बच्चों एवं शिक्षकों को बैठने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विद्यालय में दो स्टोर रूम नियोज्य पड़े हैं। विद्यालय में बाउंड्रीवाल छोटी होने के चलते परिसर में अराजक तत्व घुस आते हैं और गंदगी के साथ ही नुकसान करते हैं। विद्यालय में खेल ग्राउंड को कोई व्यवस्था नहीं है।
बच्चों की संख्या के हिसाब से प्रार्थना के लिए भी पर्याप्ति जगह नहीं है जहाँ बच्चे खड़े होकर एक साथ प्रार्थना कर सके। प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में आठ कथा है। दो को छत बारिश के समय में टपकती है। खेल मैदान की कोई व्यवस्था नहीं है।
बच्चों को शारीरिक गतिविधियों के साथ ही अन्य कार्यक्रम नहीं हो पाते। बताया कि समस्याओं के संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। बताया कि गोद लेने के बाद आज तक अधिशाषी अधिकारी विद्यालय नहीं आए।