मानपुर ब्लॉक का कंपोजिट विद्यालय पिपरकुंडी में 306 बच्चे शिक्षणरत हैं। कागजों पर यहाँ छ रसोइयों को तैनाती दिखाकर उनके नाम पर भुगतान लिया जा रहा था, जबकि स्कूल में केवल तीन रसोइया काम हे हैं। यहां पर तैनात गुरुजनों को भी इसकी जानकारी तब हुई जब पोटाले की पोल खुली.
तीन से काम, तीन का फर्जी भुगतान
मंझनपुर के प्राथमिक विद्यालय ताहरपुर में 169 पंजीकृत हैं। यहां पर तीन महिला रसोइया काम रहीं है जबकि तीन पुरुष रसोइयों के नाम का फर्जी भुगतान हो रहा था। स्कूल के शिक्षकों को इसका पता तब चला जब सत्यापन के लिए अधिकारियों ने तलब किया। अन्यथा उन्हें भी इसकी जानकारी न हो पाती।
बिना काम के एक रसोइया ले रही थी मानदेय
मानपुर के प्राथमिक विद्यालय मोजमपुर में भी एक महिला रसोइया की फर्जी तैनाती दिखाकर उसका मानदेय निकाला जाता था। स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि 104 बच्चों के सापेक्ष तीन रसोइयाँ तैनात है। अन्य की तैनाती की जरूरत नहीं थी। बिना काम के कोई रसोइया मानदेय ले रही है, इसकी जानकारी भी तब हुई जब महकमे ने पड़ताल शुरू की।