लखनऊ। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में उपकरणों की कमी से प्रैक्टिकल न होने की शिकायतों को दूर किया जाएगा। प्रदेश के 2300 से अधिक राजकीय इंटर कॉलेजों की प्रयोगशालाएं उपकरणों से लैस होंगी। परिषदीय विद्यालयों की भांति एनसीईआरटी की मदद से प्रत्येक विद्यालय को जनवरी में गणित व विज्ञान किट उपलब्ध कराई जाएगी, करीब साढ़े चार लाख विद्यार्थियों को फायदा होगा।
योजना के तहत प्रत्येक हाईस्कूल स्तर के विद्यालय में गणित व विज्ञान की किट भेजी जाएगी। वहीं बारहवीं तक के विद्यालय में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी के अलावा
गणित की किट दी जाएगी। समग्र शिक्षा के तहत इसकी व्यवस्था की जा रही है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने निर्देश दिए हैं कि सभी राजकीय विद्यालयों को किट उपलब्ध कराई जाए।
अधिकारियों के अनुसार अभी तक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों की प्रयोगशालाओं के लिए इस तरह की व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में कई विद्यालयों में प्रयोगात्मक कार्य के नाम पर खानापूर्ति की शिकायतें रहती हैं। फीस के रूप में भी कोई विशेष सहायता भी नहीं आती, इससे कई जगह दिक्कत होती रही है। उपकरण भी कई जगह पुराने हैं या कम हैं। अब विषयवार विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल करने में आसानी होगी। माध्यमिक से पहले एनसीईआरटी की मदद से ही परिषदीय विद्यालयों में भी विज्ञान व गणित किट भेजने की प्रक्रिया शुरू हुई है। पिछले वर्ष शुरुआत करने के बाद इस बार सभी विद्यालयों को किट भेजी गई हैं। उसके प्रयोग के लिए प्रशिक्षण की कार्रवाई चल ही है।