महराजगंज। निपुण भारत मिशन के तहत परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को निपुण बनाए जाने की पहल तो प्रारंभ कर दी गई नगर आधी-अधूरी व्यवस्था से समस्या आ रही है।
विद्यालयों में कहीं भाषा की पुस्तकों का अभाव है तो कहीं गणित की। ऐसे में कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों को निपुण बनाने की सोच मूर्त रूप नहीं ले पा रही है।
निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए भाषा व गणित में मापदंड निर्धारित करते हुए उस स्तर तक बच्चों को
पारंगत बनाने की पहल की गई। बच्चों को दी गई जानकारी के नियमित अभ्यास के लिए कार्य पुस्तिका भी उपलब्ध कराई जानी थी।
कार्यपुस्तिका उपलब्ध कराने का कार्य प्रारंभ तो किया गया है मगर अभी भी कहीं भाषा को तो कहीं गणित की कार्य पुस्तिका नहीं पहुंच सकी है। कार्य पुस्तिका के न पहुंचने से जहां कक्षा एक से तीन तक के बच्चे नियमित रूप से अभ्यास नहीं कर पा रहे है, वहाँ उनके निपुण बनाने की सोच को भी झटका लग रहा है।