हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों के निर्धारण में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की रिपोर्ट भी आधार बनेगी। यूपी बोर्ड पहली बार एसटीएफ की रिपोर्ट पर दागी स्कूलों को डिबार करने जा रहा है। अब तक 10वीं-12वीं की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले केंद्रों को ही यूपी बोर्ड डिबार करता था लेकिन 2023 में पहली बार बोर्ड परीक्षा के अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वाले स्कूलों को भी केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया से बाहर रखने का फैसला लिया गया है।
एसटीएफ ने 2017 से अब तक गिरफ्तार किए गए नकल माफियाओं के मोबाइल के डाटा विश्लेषण से ऐसे 82 परीक्षा केंद्रों की सूची तैयार की है जहां राजस्व लेखपाल या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी मिली थी। एसटीएफ की इस सूची में 60 से अधिक यूपी बोर्ड के स्कूल हैं। प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर और कानपुर की इन संस्थाओं में से कुछ डिग्री कॉलेज और सीबीएसई के भी विद्यालय हैं। सूची के साथ एफआईआर और गड़बड़ी करने वाले प्रबंधकों, प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के नाम वगैरह भी दिए गए हैं।
संगमनगरी के कई स्कूल पर तलवार एसटीएफ की सूची में संगमनगरी के 31 स्कूल शामिल हैं।
इनमें नैनी क्षेत्र, करेली और झलवा के कई स्कूल है। सूत्रों के अनुसार परीक्षा समिति की बैठक के बाद इसी महीने डिबार स्कूलों की लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
14 दिसंबर तक लेंगे केंद्रों पर आपत्ति
2023 की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक संभावित केंद्रों की सूची जारी करते हुए छात्र, अभिभावक, प्रधानाचार्या या प्रबंधक से 14 दिसंबर तक ऑनलाइन आपत्ति लेंगे और 20 दिसंबर तक निस्तारण करेंगे। बोर्ड की वेबसाइट पर सात जनवरी तक अंतिम सूची जारी होगी