बेसिक शिक्षा विभाग अपने परिषदीय स्कूलों के नवाचारों का प्रचार-प्रसार करेगा। इसके पीछे मंशा यह है कि इन स्कूलों के शिक्षकों और यहां उपलब्ध विशेषताओं से प्रेरित होकर शिक्षक अपने यहां भी ऐसे प्रयोग करें। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए और उन्हें लिपिबद्ध कर समग्र शिक्षा अभियान को भेजा जाए। इसका सरकार प्रचार-प्रसार करेगी ताकि दूसरे स्कूल व शिक्षक इनसे सीख ले सकें। प्रदेश में ऐसे बहुत से स्कूल हैं, जहां कई तरह के प्रयोग हो रहे हैं। मसलन सिद्धार्थ नगर के हसुडी औसानपुर के ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी ने अपने यहां के परिषदीय स्कूल को स्मार्ट क्लास से लैस करने के साथ ही यहां स्पेस लैब भी बनाई है, जिसे देखने आसपास के निजी स्कूलों के बच्चे भी आते हैं।
वहीं उनके प्रयासों से यहां के सात बच्चे इसरो अहमदाबाद गए हैं। वहीं महाराजगंज के निचलौल विकास खंड स्थित करौता के पूर्व माध्यमिक स्कूल के शिक्षक जावेद अहमद अपने स्कूल में कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर हफ्ते में एक बार कौन बनेगा सैकड़पति कार्यक्रम चलाते हैं, जिसमें बच्चों का ज्ञान परखा जाता है। इसके साथ ही प्रदेश में कई हजार स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षकों के अपने प्रयासों से स्मार्ट क्लास लगाई गई है।