लखनऊ। सहायता प्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों की भर्ती से पहले बेसिक शिक्षा विभाग विभिन्न जिलों में रिक्त पदों के ब्योरे का मिलान कर रहा है। इस क्रम में लगभग चार दर्जन जिलों के बीएसए से प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों के रिक्त पदों का ब्योग मानकों के मुताबिक परीक्षण करके उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके बाद प्रधानाध्यापक के 390 और
शिक्षकों के 1507 पदों पर भर्ती का कार्यक्रम जारी होगी।
शिक्षकों के कुल 1897 पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल हुई अर्हता परीक्षा का संशोधित परिणाम बोते सितंबर में जारी हो चुका है। इधर भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाने से पहले रिक्त पदों के ब्योरे में कुछ भिन्नता सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2020 में प्रधानाध्यापकों व सहायक
अध्यापकों के रिक्त पदों का जो अधियाचन जिलों ने भेजा था, उसी आधार पर पदों की सूची तैयार की गई थी। भर्ती से पहले इस सूची को पिछले महीने जिलों को फिर से भेजा गया तो सत्यापन में करीब चार दर्जन जिलों ने अपने यहां कई विद्यालयों को उच्चीकृत दिखा दिया। इससे प्रधानाध्यापक पदों की रिक्तियों में अंतर आ रहा है। इस पर संबंधित जिलों को फिर से परीक्षण करके पदों का ब्योरा देने को कहा गया है।
अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) अनिल भूषण चतुर्वेदी के अनुसार जिलों से ब्योरा
मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया तेज की जाएगी। शासन की अनुमति से भर्ती प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी होगा। इसके तहत पहले अर्हता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से आवेदन लेकर शैक्षिक अर्को व अहंता परीक्षा में मिले अंकों के साथ मेरिट तैयार होगी। इसके बाद काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों आदि का परीक्षण होगा। इसके बाद विभिन्न जिलों में रिक्त पदों पर तैनाती के लिए आवेदन लेकर मेरिट के अनुसार नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।