बिजनौर। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों की बौद्धिक परीक्षा में 170 विद्यालयों के बच्चों की प्रगति बेहद खराब मिली है। इसमें हल्दौर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालयों की संख्या सबसे अधिक है। सीडीओ पूर्ण बोरा ने खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के प्रधान अध्यापक की बैठक लेकर सुधार हेतु टिप्स दिए हैं।
कमिश्नर के निर्देश पर परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों की बौद्धिक परीक्षा 10 दिसंबर को हुई थी। परीक्षा में 1743 विद्यालयों के बच्चों ने प्रतिभाग किया। परीक्षा 80 प्रतिशत बच्चों ने दी। परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों से कराई गई। विभागीय जानकारी के अनुसार बच्चों के परीक्षाफल को तीन श्रेणी में बांटा गया है। 70 प्रतिशत परीक्षाफल विद्यालय ग्रीन श्रेणी, 50 से 70 प्रतिशत परीक्षाफल वाले विद्यालय येलो श्रेणी में तथा 50 प्रतिशत से कम परीक्षाफल वाले विद्यालय रेड श्रेणी में। बैठक में बीएसए जयकरण यादव तथा ब्लॉकों के बीईओ मौजूद रहे।
170 विद्यालय रेड श्रेणी में
बताया गया कि जिले में 170 प्राथमिक विद्यालय रेड श्रेणी में है। परीक्षा फल बेहद खराब है। इनमें हल्दौर ब्लॉक के सबसे अधिक 39 विद्यालय है। 23 दिसंबर को परिषदीय विद्यालयों के मुख्य अध्यापक की विकास भवन में बैठक हुई। सीडीओ पूर्ण बोरा ने खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों से वन टू वन बात की। खराब रिजल्ट रहने के कारणों का पता लगाने की कोशिश की। साथ ही ग्रीन श्रेणी के विद्यालयों के शिक्षकों से उनके द्वारा किए गए शिक्षण विधि को जाना। सीडीओ पूर्ण बोरा ने पढ़ाई में सुधार के टिप्स दिए।
शिक्षकों को यह दिए गए टिप्स
शिक्षक छात्रों के अभिभावकों से नियमित संपर्क करें। घर पर बच्चों की पढ़ाई कराने पर भी जोर दें। शिक्षक आपस में समन्वय स्थापित करके शिक्षण कार्य करें। बच्चों की पढ़ाई पर संयुक्त फोकस करें। बच्चों का बीच बीच में टेस्ट लें। जिससे बच्चों में सुधार हो। बच्चों में परीक्षा की आदत पड़े। बीच-बीच में बच्चों के प्रदर्शन का पता लगाएं। बच्चों की पढ़ाई की कमजोरी को दूर करें।
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