औरैया सेवानिवृत्त शिक्षक से रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस टीम के हत्थे चढ़े बीएसए की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को जांच अधिकारी ने सेवानिवृत्त शिक्षक के साथ ककोर स्थित बीएसए कार्यालय पहुंचकर दस्तावेज खंगाले। इस दौरान टीम ने मौजूद कर्मचारियों से बंद कमरे में पूछताछ को साढ़े तीन घंटे चली जांच के बाद टीम कानपुर लौट गई। टीम अपने साथ सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए डीबीआर साथ ले गई।
मंगलवार दोपहर 12 बजे अचानक विजिलेंस टीम की जांच अधिकारी सीमा सिंह अफसरों के साथ ककोर स्थित बीएसए कार्यालय पहुंची। अचानक से टीम के अधिकारियों को देख मौजूद कर्मचारियों में सन्नाटा छा गया। इस दौरान टीम अपने साथ सेवानिवृत्त शिक्षक यानी मुकदमे के वादी राधा धरण को साथ ले गई थी। जहां टीम ने सेवानिवृत्त शिक्षक के एरियर व वेतन संबंधी दस्तावेज की फाइल को कब्जे में लिया।
मौजूद वरिष्ठ लिपिक विनीत पांडेय, विनोद, अनिल कुमार व अन्य कर्मचारियों से बंद कमरे में बयान दर्ज किए। उन्होंने घटनास्थल का नक्शा भी तैयार किया। वहीं, टीम ने कार्यालय में लगे सीसीटीवी की डीबीआर भी कब्जे में लिया। साढ़े तीन घंटे तक बीएसए कार्यालय में चली पूछताछ के बाद टीम साढ़े तीन बजे कानपुर रवाना हो गई।
इधर, विजिलेंस टीम के जाने के बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। बता दें कि 16 दिसंबर को विजिलेंस ने बीएसए विपिन कुमार तिवारों को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। इस मामले में कानपुर में रिपोर्ट दर्ज कर बीएसए को जेल भेजा जा चुका है।