आगरा। एत्मादपुर के रसूलपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय की इमारत ढहने के बाद बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी ए मनिकन्डन ने सभी सरकारी स्कूलों के सुरक्षा ऑडिट के आदेश दिए हैं। 15 दिन में शिक्षा विभाग, प्रधान, सचिव ऑडिट रिपोर्ट देंगे। जिन स्कूलों में सुरक्षा मानक नहीं होंगे, उनमें कक्षाएं नहीं लगेगी।
जिले में 2300 से अधिक सरकारी स्कूल हैं। जिनमें 210 स्कूलों में भवन जर्जर हैं। 11 अक्तूबर 2021 को कमिश्नर अमित गुप्ता ने जर्जर स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगाने और ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे। एक साल बाद मुश्किल 65 जर्जर भवन ध्वस्त हो सके। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि 145 स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग इसलिए ध्वस्त नहीं हो सकी क्योंकि इनका मलबा खरीदने को कोई तैयार नहीं हो सका मलक की कीमत अधिक होने के कारण नीलामी नहीं हो पाई। बीएसए का दावा है कि 100 जर्जर बिल्डिंगों में पढ़ने वाले 5 हजार से अधिक बच्चों को अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया है
पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से मलबा की कीमतों का पुनः आकलन कराया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ए मनिकन्दन का कहना है जिले में सभी प्राथमिक, जूनियर व कंपोजिट सरकारी स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए हैं। 15 दिन में ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।