औरंगाबाद जिले में बुखार का प्रकोप अभी भी बना हुआ है। वहीं बुखार से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है शुक्रवार को क्षेत्र के गांव जनौरा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
इसके बाद जिले में बुखार से मरने बालों की संख्या अब 44 हो गई है। वहीं परिजनों ने सेवानिवृत्त शिक्षक की मौत डेंगू बुखार से होने की बात कही है। औरंगाबाद नगर के यश विहार कालोनी निवासी 62 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक महेश चंद लोधी मूलरूप से क्षेत्र के गांव जनौरा के निवासी हैं और वह पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित चल रहे थे। परिजनों द्वारा शुरूआत में एक क्लीनिक से उपचार कराया स्वास्थ्य में सुधार न होने पर परिजन उन्हें बुलंदशहर ले आए और भूड़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। मृतक शिक्षक के पुत्र नितिन कुमार ने बताया कि पिता लोक किसान इंटर कॉलेज लिना में रसायन विज्ञान विभाग के प्रवक्ता थे और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे दो सप्ताह पूर्व उन्हें बुखार हुआ। बुलंदशहर नगर के निजी अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा जांच में डेंगू बुखार होना बताया और उनका इलाज चल रहा। हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार सुबह उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अभी भी काफी संख्या में लोग बुखार से पीड़ित हैं। जिन्हें सरकारी चिकित्सालयों पर सुविधाएं न मिलने पर मजबूरन निजी अस्पताल पर जाकर इलाज कराना पड़ता है।