पडरौना। जिले के 69 हजार शिक्षक भर्ती में चयनित 1200 से अधिक शिक्षकों के शैक्षिक समेत अन्य अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो सका है। इसकी वजह से उनका एरियर भुगतान नहीं हो पा रहा है।
जिले के परिषदीय विद्यालयों में कुल 1700 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। इनके शैक्षिक समेत अन्य प्रमाणपत्रों का सत्यापन की कार्रवाई शुरू होने के कुछ माह बाद ही तत्कालीन बीएसए विमलेश कुमार निलंबित हो गए। इसके बाद सत्यापन प्रभारी वरिष्ठ लिपिक जयप्रकाश दुबे का भी निलंबन हो गया। इस बीच करीब पांच सौ शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन हो सका था। सत्यापन पूरा कराने वाले वाले शिक्षकों को तो एरियर मिल गया, लेकिन अभी जिले के 1200 शिक्षकों का सत्यापन कार्य लटका पड़ा है। पूर्व बीएसए डॉ. कमलेंद्र कुशवाहा ने फिर से सभी ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर नवंबर माह में ही शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन कराने के लिए उनका डाटा मांगा था, लेकिन अभी तमकुही ब्लॉक को छोड़कर अन्य ब्लॉक के बीईओ की तरफ से शिक्षकों के सत्यापन का डाटा बीएसए कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराया गया है। इसकी वजह से शिक्षकों का एरियर भुगतान करने में देरी हो रही है।
इस संबंध में बीएसए डॉ. राम जियावन मौर्या ने बताया कि नवनियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसके लिए सभी बीईओ को शिक्षकों का अभिलेख कार्यालय में जमा करने के लिए निर्देश दिया गया है। शीघ्र ही सत्यापन का कार्य पूर्ण कर एरियर भुगतान कर दिया जाएगा।