उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी)/प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती-2022 के तहत आवेदन शुल्क से तकरीबन एक अरब रुपये कमा लिए, लेकिन भर्ती परीक्षा का कोई अता-पता नहीं है। अभ्यर्थी अब परीक्षा तिथि के लिए चयन बोर्ड के चक्कर लगा रहे हैं। आवेदन की प्रक्रिया 16 जून से 16 जलाई तक चली। बाद में इसे 16 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था।
टीजीटी/पीजीटी-2022 के तहत चयन बोर्ड को अब तक 4163 पदों का अधियाचन मिला है। इनमें टीजीटी के 3539 और पीजीटी के 624 पद शामिल हैं। टीजीटी के लिए तकरीबन 8.69 लाख और पीजीटी के लिए चार 4.50 लाख आवेदन आए हैं। अनारक्षित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग से आवेदन शुल्क के रूप में 750 रुपये और दूसरे आरक्षित वर्गों के अभ्यर्थियों से 550 रुपये लिए गए।
प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि अगर आवेदन शुल्क का हिसाब लगाया जाए तो चयन बोर्ड को प्रतियोगियों से मिले आवेदन शुल्क के रूप में कम से कम एक अरब रुपये की कमाई हुई होगी। बोर्ड को इतनी बड़ी रकम का ब्याज भी मिल रहा होगा, लेकिन चयन बोर्ड परीक्षा तिथि घोषित नहीं कर पा रहा है। बोर्ड में सदस्यों के सभी 10 पद आठ अप्रैल 2022 से खाली पड़े हैं।
आठ महीने पूरे होने वाले हैं और सदस्यों के रिक्त पद नहीं भरे गए, जबकि सदस्यों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 14 मई 2022 को ही पूरी हो चुकी है। कोरम पूरा न हो पाने के कारण भर्ती अटकी हुई है। वहीं, जबकि टीजीटी/पीजीटी-2022 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 16 अगस्त को पूरी हो चुकी है। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि अगस्त में बोर्ड के अध्यक्ष से हुई वार्ता में आश्वासन मिला था कि भर्ती इसी वर्ष पूरी की जाएगी, लेकिन अभी परीक्षा का भी कोई अतापता नहीं।
अध्यक्ष ने आज मिलने का दिया समय
टीजीटी/पीजीटी भर्ती की परीक्षा तिथि घोषित किए जाने और पदों की संख्या में वृद्धि के लिए पोर्टल पुन: खोले जाने के मुद्दे पर प्रतियोगी छात्र मोर्चा ने चयन बोर्ड के अध्यक्ष से वार्ता के लिए समय मांगा था। मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान ने बताया कि बोर्ड के अध्यक्ष ने इन मुद्दों पर वार्ता के लिए आठ दिसंबर को दोपहर 12 बजे का वक्त दिया है। प्रतियोगी छात्रों का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष से मिलकर इन मुद्दों को उनके समक्ष रखेगा।