बरेली, एनपीएस कटौती के बिना वेतन नहीं देने के आदेश पर विवाद बढ़ता नजर आ रहा है। लेखा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर गेंद उनके पाले में डाल दी है। शिक्षक संघों ने साफ कर दिया है कि यदि वेतन रुका तो जोरदार धरना दिया जाएगा।
लेखा अधिकारी ने पत्र भेजकर कहा है कि 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त ऐसे सभी परिषदीय शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों जिनकी एनपीएस कटौती नहीं हो रही है और उनके प्रान रजिस्ट्रेशन फॉर्म उपलब्ध नहीं है, उनका वेतन आहरण वित्त नियंत्रक के आदेश के अनुसार ही सुनिश्चित करें। उसके अनुसार ही मासिक अंतर तालिका प्रस्तुत की जाए। वित्त नियंत्रक ने अपने आदेश में कहा था कि यदि प्रान नहीं है तो वेतन जारी नहीं किया जाए। लेखा अधिकारी के पत्र के बाद प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार ने कहा कि किसी भी शिक्षक का वेतन रुकना नहीं चाहिए। अगर रोका गया तो लेखा कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा ने कहा कि सभी का वेतन जारी होना चाहिए। वेतन कार्य के बदले में दिया जाता है।