यूपी बोर्ड ने सोमवार को अपना परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया। परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर चार मार्च तक चलेंगी। खास बात यह है कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से एक दिन बाद शुरू हो रही है लेकिन उससे बहुत पहले समाप्त हो जाएंगी। बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल एक और मायने में खास है कि छात्र-छात्राओं का होली का रंग फीका नहीं होगा। होली इस बार आठ मार्च को पड़ रही है जबकि यूपी बोर्ड की सभी परीक्षाएं चार मार्च को ही समाप्त हो जाएंगी।
सीबीएसई की हाईस्कूल की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 21 मार्च तक जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होकर चार अप्रैल तक चलेंगी। वहीं यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होकर तीन मार्च तक जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होकर चार मार्च तक चलेगी।
इस बार हाईस्कूल में 3116485 व इंटरमीडिएट में 2750913 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। बोर्ड ने 58 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराने के लिए 8752 केंद्र बनाए हैं। छह लाख परीक्षार्थी इस बार बढ़े हैं।
इंटरमीडिएट में 23 फरवरी को कम्प्यूटर, 24 को अंग्रेजी, 27 फरवरी को जीव विज्ञान व गणित, एक मार्च को भौतिक विज्ञान व 4 मार्च को रसायन विज्ञान की परीक्षाएं रखी गई हैं। गुलाब देवी ने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि वे मन लगाकर और पूरी मेहनत से परीक्षाओं की तैयारी करें और अच्छे अंक प्राप्त करें। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र- छात्राओं को परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वर्ष 2023 की बोर्ड परीक्षाओ को नकलविहीन बनाने की तैयारियां की गई है। परीक्षाओं के समय नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाएगी। यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 21 जनवरी से 5 फरवरी तक चलेंगी। वहीं प्री बोर्ड की परीक्षाएं 16 से 20 जनवरी के मध्य होनी हैं।
बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न पत्र जीपीएस युक्त गाड़ियों में भेजे जाएंगे। ताकि रास्ते में पेपर लीक होने की संभावना न रहे। हर जिले का रूट मैप तैयार किया जाएगा और प्रश्न पत्र यहां तक पहुंचने का समय भी तय होगा। रास्ते में रुकने पर इसकी सूचना कंट्रोल रूम को मिल जायेगी। वहीं जहां पर्चे रखे जाएंगे वहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त कैमरे लगाए जायेंगे और कोई भी हलचल होने पर कंट्रोल रूम समेत अधिकारियों को अलर्ट पहुंच जाएगा।