पडरौना। अस्वस्थता का बहाना बनाकर बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी नहीं करने वाले परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा। इस बार उन्हें सीएमओ से प्रमाणित स्वास्थ्य प्रमाणपत्र देना होगा। बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की तरफ से इसके संबंध में पत्र जारी किया गया है। इससे बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी में बहानेबाजी पर लगाम कसेगी।
आगामी 16 फरवरी से चार मार्च तक जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से बोर्ड परीक्षाएं होंगी। इसके लिए जिले में 178 कॉलेज परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां हाईस्कूल और इंटर के एक लाख से अधिक परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए अधिक से अधिक कक्ष निरीक्षकों की जरूरत होती है। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की भी ड्यूटी लगती है। हर साल कुछ शिक्षक बीमारी का हवाला देकर ड्यूटी से इन्कार कर देते हैं। इससे परीक्षा कराने में केंद्राध्यक्ष को परेशानी होती है।
इसे देखते हुए सचिव दिव्याकांत शुक्ल ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि बोर्ड परीक्षा के दौरान जो शिक्षक चिकित्सकीय अवकाश के लिए आवेदन करें, उन्हें जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी के पास जांच के लिए भेजा जाए। उनके अस्वस्थ होने का प्रमाणपत्र सीएमओ की तरफ से जारी होने पर उन्हें चिकित्सकीय अवकाश से छूट मिलेगी।
इस संबंध में बीएसए डॉ. राम जियावन मौर्या ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के दौरान चिकित्सकीय अवकाश लेने वाले शिक्षकों को सीएमओ से प्रमाण लेना होगा। इसके लिए सभी संबंधित को निर्देश दे दिया गया है।