कन्नौज। कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र में एक जूनियर स्कूल में आठवीं में पढ़ने वाली छात्रा को शिक्षक हरीओम सिंह ने प्रेम पत्र लिख दिया।
छात्रा के पिता ने सदर कोतवाली में तहरीर दे दी। उधर ाीएसए ने मामले की जांच शुरू करवा दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार शाम उन्होंने शिक्षक को निलंबित कर दिया।
कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जूनियर स्कूल में आठवीं में पढ़ने वाली एक छात्रा से पास में ही स्थित प्राइमरी स्कूल का शिक्षक दिल लगा बैठा। बाकायदा उसने छात्रा को प्रेम पत्र लिखकर अपनी भावनाओं का इजहार किया है। छात्रा ने यह बात अपने परिजनों को बता दी। पिता ने सदर कोतवाली पहुंचकर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। उधर मामला सामने आने पर बीएसए ने विभागीय जांच शुरू करवा दी। रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार की शाम आरोपित शिक्षक को निलंबित कर दिया गया।
शिक्षक और छात्रा के पवित्र रिश्ते को दागदार बनाने का यह मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के बलारपुर स्थित कंपोजिट स्कूल के शिक्षक से जुड़ा है। यहां के प्राइमरी स्कूल के शिक्षक हरीओम सिंह पर आरोप है कि वह पास ही स्थित जूनियर स्कूल की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 वर्षीय छात्रा को परेशान करता है।
वह अपने स्कूल जाती है तो शिक्षक अपने स्कूल में बुलाता है। छेड़खानी करता है। इसी दौरान 30 दिसंबर को उसने बाकायदा छात्रा को एक प्रेमपत्र भी लिख दिया। जिसमें उसने अपने प्रेम का इजहार किया है। स्कूल बंद होने पर मोबाइल से बात करने और बाद में मिलने की बात कही है। पकड़े जाने के डर से उसने यह चिह्वी को पढ़ने के बाद फाड़ देने की बात कही है। छात्रा के पिता का कहना है कि उसे जब यह बात पता चली तो उसने सहायक अध्यापक से उसके मोबाइल पर बात की। इस पर वह वह उसे जातिसूचक गालियां देते हुए धमकाने लगा। जान से मारने की भी धमकी दी। बाद में दूसरे नंबर से भी कॉल कर उसे धमकी दी गई।
पत्र की लिखावट सही मिली, निलंबन के बाद अब कमेटी करेगी जांच छात्रा के पिता की शिकायत पर बीएसए कौस्तुभ सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रकरण की जांच शुरू करा दी। हरिओम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अब उन्हें गुगरापुर ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल कीरतपुर से अटैच कर दिया गया है। बीएसए ने बताया कि अब इस पूरे मामले की जांच के लिए अलग से कमेटी बनाई जाएगी।
यह लिखा है पत्र मेंहम तुमसे बहुत प्यार करते हैं। छुट्टियों में तुम्हारी बहुत याद आया करेगी। हम तुम्हें बहुत मिस करेंगे। अगर तुम्हें फोन मिले तो फोन कर लिया करना। छुट्टियों से पहले एक बार हमसे मिलने जरूर आना। अगर प्यार करती हो तो जरूर आओगी। अगर हम तुम्हें आठ बजे बुलाए तो तुम स्कूल जल्दी आ सकती हो। अगर आ सको तो बता देना। और हम तुमसे बहुत सी बातें करना चाहते हैं। तुम्हारे पास बैठकर, एक-दूसरे को अपना बनाकर, जीवन भर के लिए तुम्हारे होना चाहते हैं। हम तुम्हें हमेशा प्यार करते रहेंगे। पढ़कर फाड़ देना किसी को दिखाना मत।
पिता बोला, लेटर मिला तो डर गई बेटी
इस पूरे मामले में छात्रा का पिता का कहना है कि सहायक अध्यापक ने उसकी बेटी को यह चिह्वी तब दी जब वह 30 दिसंबर को स्कूल जा रही थी। उसे कहा था कि इसे पढ़ कर फाड़ देना। चिह्वी मिलने से वह घबरा गई। स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर पहुंची और पूरी बात परिजनों को बता दी। उसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया।