बहराइच। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत रसोइयों ने शुक्रवार को संयुक्त रसोइया मोर्चा की अगुवाई में प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर मानदेय बढ़ाने समेत विभिन्न समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
संगठन की जिलाध्यक्ष मीना ने कहा कि रसोइयों का प्रत्येक वर्ष नवीनीकरण के नाम पर शोषण किया जा रहा है। महंगाई के दौर में मानदेय के नाम पर महज दो हजार प्रति माह दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रसोइयों को चतुर्थ श्रेणी कर्मी का दर्जा देते हुए नौकरी स्थायी की जाए। साथ ही न्यूनतम दस हजार रुपये भुगतान किया जाए। मिड-डे मिल में ठेकेदारी व्यवस्था समाप्त की जाए।
कार्यदिवस के दौरान मृत्यु होने पर 50 लाख रुपये व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। मांग की कि रसोइयों की भी सेवा नियमावली बनाई जाए। साथ ही पांच लाख रुपये तक इलाज के लिए बीमा भी किया
जाए। इस मौके पर चंद्रकला, संजू तिवारी, प्यारी, कोयली, संगीता, कामनी, कल्याणी आदि भुसैली, शांतिदेवी, मेघादेवी, गीतादेवी, राम मौजूद रहीं।
बैठक कर धरने की तैयारी पर चर्चा
बहराइच। एसीपी की मांग को लेकर 10 जनवरी को ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ की ओर से एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। शुक्रवार को विकास भवन में संघ की ओर से बैठक का आयोजन कर धरने की तैयारियों पर चर्चा की गई। इस मौके पर जिलाध्यक्ष गोपाल शरण सिंह, आशुतोष मिश्र, मनोज तिवारी, ओमपाल, गुलामुद्दीन आदि मौजूद रहे।